यूपी : फर्जी टीईटी प्रमाणपत्र पर नौकरी कर रहे 4 शिक्षकों पर मुकदमा
बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय विद्यालय में फर्जी टीईटी प्रमाण पत्रों पर नौकरी कर रहे चार शिक्षकों की बीएसए ने सेवा समाप्त करते हुए मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। बीएसए ने बताया कि खंड शिक्षा...
बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय विद्यालय में फर्जी टीईटी प्रमाण पत्रों पर नौकरी कर रहे चार शिक्षकों की बीएसए ने सेवा समाप्त करते हुए मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। बीएसए ने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारी की ओर से चार शिक्षकों पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। साथ ही इन सभी शिक्षकों से वेतन वसूली भी की जाएगी।
बीएसए दिनेश कुमार ने बताया कि बीकेटी ब्लाक में उच्च प्राथमिक विद्यालय राय सिंह पुर बीकेटी में तैनात शिक्षिका ज्योति रावत, उच्च प्राथमिक विद्यालय बगहा में तैनात शिक्षिका बबिता कुमारी यादव, मलिहाबाद ब्लाक में के उच्च प्राथमिक विद्यालय मवई कलां में तैनात शिक्षक सुशील कुमार तिवारी व उच्च प्राथमिक विद्यालय दिलावरनगर में तैनात शिक्षक हर्षनाथ सेन की टीईटी प्रमाण पत्र जांच में फर्जी पाए गए हैं। इन सभी शिक्षकों की नियुक्ति 2015 में हुई थी। नियुक्ति के समय शिक्षकों ने 2011 में उत्तीर्ण टीईटी प्रमाण पत्र लगाया था।
जांच में सामने आया था कि इन सभी शिक्षकों ने टीईटी का फर्जी प्रमाण पत्र तैयार कर उसमें अपने अंक बढ़ा लिए हैं। जनवरी में इन शिक्षकों को नोटिस जारी का जवाब तलब किया गया था। शिक्षकों पक्ष रखने के लिए उपस्थित नहीं हुए है। शनिवार को इन सभी शिक्षकों की सेवा समाप्त करते हुए इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश खंड शिक्षा अधिकारी बीकेटी को दिए गए है।
दो शिक्षक पहले ही हो चुके बर्खास्त
विभाग के अनुसार फर्जी टीईटी प्रमाण पत्र लगाने के आरोप में बेसिक शिक्षा अधिकारी दो शिक्षकों को पहले ही बर्खास्त कर चुके हैं। हालांकि कस्तूरबा गांधी विद्यालय में अनामिका के मिलने के बाद सभी 2011 के बाद नियुक्त सभी शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच की जा रही है। इसमें लखनऊ व देवरिया की एक शिक्षिका के पैन नम्बर, जन्मतिथि व नाम एक पाया गया है। सोमवार तक इस मामले की जांच भी पूरी हो जाएगी।