Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़UP: 25 thousand PRD jawans will now get work throughout the year

यूपी : 25 हजार पीआरडी जवानों को अब साल भर मिलेगा काम

पीआरडी के 25 हजार सक्रिय जवानों को अब सालभर काम मिलेगा।  पीआरडी 11 हजार जवानों को थानों पर शांति- सुरक्षा व शहरों की ट्रैफिक की बागडोर संभालने में लगाया जा रहा है। करीब 14 हजार जवानों को विभागीय...

Deep Pandey आशीष गुप्ता राजे, लखनऊSun, 25 Oct 2020 03:15 PM
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पीआरडी के 25 हजार सक्रिय जवानों को अब सालभर काम मिलेगा।  पीआरडी 11 हजार जवानों को थानों पर शांति- सुरक्षा व शहरों की ट्रैफिक की बागडोर संभालने में लगाया जा रहा है। करीब 14 हजार जवानों को विभागीय व गैर विभागीय ड्यूटी में तैनात किया गया है। पीआरडी के इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी तादाद में  जवानों को साल भर का काम मिलेगा। 

थानों में छह और ट्रैफिक में लगेंगे 25 से 50 जवान 

पीआरडी जवानों को पहली बार थानों और ट्रैफिक में अब पूरे वर्ष ड्यूटी मिलेगी। ड्यूटी भत्ता (प्रति दिन 375 रुपए) विभाग की ओर से दिया जाएगा। थानों में छह से सात जवान, छोटे जिले में 25 और बड़े जिलों (लखनऊ,कानपुर,आगरा,प्रयागराज,वाराणसी,नोएडा, मेरठ, बरेली, मुजफ्फरनगर, आदि) में 50 जवानों को ट्रैफिक संभालने में लगे हैं। जिलों के प्रमुख थानों में में छह या सात जवानों की तैनाती हो रही है। अन्य विभागों में करीब 14 हजार जवानों को काम मिल रहा है। 

 पीआरडी (प्रांतीय रक्षक दल) जवानों को हमेशा ही काम का अभाव रहता था। उपनिदेशक सीपी सिंह ने बताया कि अभी तक सक्रिय जवानों को औसतन वर्ष में 50 से 60 दिनों की ड्यूटी ही नसीब होती थी। इसी वजह से पीआरडी जवानों का इस सेवा से मोह भी भंग हो रहा था। इसी कारण 19 हजार पीआरडी जवान निष्क्रिय पड़े हुए हैं। इसे देखते हुए युवा कल्याण व पीआरडी विभाग की अपर मुख्य सचिव व महानिदेशक डिम्पल वर्मा ने जवानों को अधिक से अधिक काम दिलाने की कार्ययोजना तैयार की। उप निदेशक अजातशत्रु शाही बताते हैं कि सरकार ने भी जवानों के लिए पहली बार 150 करोड़ रुपए का बजट मिला है। 

पीआरडी जवानों की स्थित 

कुल पीआरडी जवान   - 44 हजार 
सक्रिय जवान  - 25 हजार करीब
ड्यूटी पा रहे जवान - 20 हजार करीब 
प्रति दिन मानदेय - 375 रुपये

सक्रिय जवानों को यहां मिली तैनाती

थाने (1513) - करीब 9000
ट्रैफिक (शहरों में) - करीब 2000 
गृह विभाग (कोविड) - 5000 
कोविड ड्यूटी - 2000
विभागीय ड्यूटी - 1600
गैर विभागीय ड्यूटी - 4000 से 5000 हजार  

गैर विभागीय ड्यूटी  - 4- 5 हज़ार
 

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