यूपी अनलॉक-2 : अब रात 10 से सुबह पांच बजे तक रहेगा कर्फ्यू
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अनलॉक-2 पूरी तैयारी के साथ लागू करने के लिए केंद्र सरकार के प्रावधानों का अध्ययन कर लें। अनलॉक-2 एक जुलाई से लागू हो...
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अनलॉक-2 पूरी तैयारी के साथ लागू करने के लिए केंद्र सरकार के प्रावधानों का अध्ययन कर लें। अनलॉक-2 एक जुलाई से लागू हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अनलॉक-2 में कर्फ्यू रात दस बजे से सुबह पांच बजे तक रहेगा। सभी शैक्षणिक संस्थान 31 जुलाई तक बंद रहेंगे।
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा में कहा कि कोरोना संक्रमण का उपचार केवल बचाव है। इसलिए कोविड-19 के संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए हर स्तर पर पूरी सावधानी व सतर्कता बरतना जरूरी है। लोग कहीं भी अनावश्यक आने-जाने से बचें। कोविड-19 के संबंध में जागरूक करने के लिए रेडियो, टीवी के साथ बैनर, पोस्टर, हैंडबिल से प्रचार-प्रसार कराया जाए। जांच क्षमता में वृद्धि के प्रयास जारी रखे जाएं। कोविड अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ाई जाए। कोविड हेल्प डेस्क में इंफ्रारेड थर्मामीटर और पल्स ऑक्सीमीटर की व्यवस्था जरूर की जाए।
अस्पतालों में जरूरी इंतजाम करें
सीएम ने कहा कि हेल्प डेस्क पर तैनात कर्मियों को मास्क, दस्ताने और सैनिटाइजर दिया जाए। कोविड अस्पतालों में भर्ती मरीजों के परिजनों से बातचीत कर उन्हें रोगी के स्वास्थ्य की नियमित जानकारी दी जाए। सभी अस्पतालों के होल्डिंग एरिया में स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाए, व्हील चेयर और स्ट्रेचर के साथ सभी जरूरी इंतजाम पर्याप्त मात्रा में किए जाएं, जिससे किसी तरह की परेशानी न हो।
सफाई की अहम भूमिका
मुख्यमंत्री ने कहा कि बुधवार से संचारी रोग नियंत्रण अभियान शुरू हो रहा है। इसके साथ कोविड-19 को नियंत्रित में सफाई की बड़ी भूमिका है। इसे ध्यान में रखते हुए ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में मिशन मोड पर स्वच्छता अभियान चलाए जाएं। संचारी रोग नियंत्रण अभियान के दौरान इस पर भी ध्यान दिया जाए कि लोग मास्क या फेस कवर का अनिवार्य रूप से इस्तेमाल करने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का जरूर पालन करें।
टिड्डियों की रोकथाम
सीएम योगी ने कहा कि टिड्डी दल से खेती को होने वाला नुकसान रोकने के लिए दवा छिड़काव की व्यवस्था जरूरत के आधार पर की जाए। खनन से अधिक से अधिक राजस्व प्राप्त करने के लिए टेंडर प्रक्रिया अभी से शुरू कर दी जाए जिससे एक अक्तूबर से इसका काम शुरू हो जाए। गौ-आश्रय स्थलों पर गौवंश के लिए भूसे के साथ हरे चारे की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।