उमेश पाल हत्याकांड में कड़ी सजा से बच न पाएगा कोई, गवाहों की लम्बी फेहरिस्त; केस डायरी में 82 का जिक्र
पुलिस की चार्जशीट में अतीक अहमद के बेटे असद की भूमिका एक शूटर के रूप में थी जो पुलिस मुठभेड़ में मारा जा चुका है। हत्याकांड में शामिल रहे गुलाम, अरबाज, विजय चौधरी और अतीक और अशरफ को मृत बताया गया है।
Umesh Pal Murder case: उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस ने वैज्ञानिक साक्ष्यों के अलावा गवाहों की लम्बी फेहरिस्त तैयार की है। इस हत्याकांड के आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए पुलिस ने वारदात के प्रत्यक्षदर्शियों समेत कुल 82 गवाहों का पुलिस ने बयान दर्ज किया है। हत्याकांड में अभी एक दर्जन से अधिक आरोपियों की संलिप्तता की जांच चल रही है। इनमें अतीक अहमद के बेटों का नाम भी शामिल है।
पुलिस की चार्जशीट में अतीक अहमद के बेटे असद की भूमिका एक शूटर के रूप में थी जो पुलिस मुठभेड़ में मारा जा चुका है। हत्याकांड में शामिल रहे गुलाम, अरबाज, विजय चौधरी और अतीक व अशरफ को मृत बताया गया है। लखनऊ जेल में बंद अतीक के बेटे मो. उमर और नैनी जेल में बंद अली का नाम भी उमेश पाल हत्याकांड में आ चुका है। पुलिस की केस डायरी में इनकी भूमिका का जिक्र है। इनके खिलाफ कई साक्ष्य मिले हैं। इनके अलावा अतीक के चौथे नंबर के नाबालिग बेटे का नाम भी सामने आया है। उसी ने शूटरों को देने के लिए आईफोन की आईडी बनाई थी। जल्द ही पुलिस इन्हें उमेश पाल हत्याकांड में आरोपित करेगी। जेल में उनका रिमांड बनेगा।
वहीं इस केस में शूटरों को कार मुहैया करने वाले नफीस बिरयानी को भी आरोपित किया जा रहा है। उसी पर आरोप है कि उसने अतीक के लिए शूटरों को कार मुहैया कराई थी। इसके अलावा कई ऐसे नाम सामने आए हैं जो अतीक और अशरफ के मददगार थे। उमेश पाल की हत्या में शामिल रहे या फिर शूटरों को शरण दी थी। इन सभी के नाम पुलिस की केस डायरी में अंकित हो चुका है।