उमेश पाल हत्याकांड : अतीक के भाई अशरफ के साले सद्दाम की अंतिम लोकेशन हैदराबाद, कई करीबी रडार पर
उमेशपाल हत्याकांड में वांछित चल रहे माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ के साले सद्दाम की अंतिम लोकेशन हैदराबाद मिली है। यही नहीं सद्दाम के कई करीबी एसआईटी की रडार पर हैं।
उमेशपाल हत्याकांड में वांछित चल रहे माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ के साले सद्दाम की अंतिम लोकेशन हैदराबाद मिली है। वहीं, लल्ला गद्दी समेत स्थानीय स्तर पर अशरफ व सद्दाम के लिए काम करने वाले अन्य लोगों का भी पुलिस को कोई सुराग नहीं मिल पा रहा है।
सद्दाम की अंतिम लोकेशन हैदराबाद मिली है, जो पिछले महीने की है। हालांकि इसके बाद वह कहां गया, इसका कोई सुराग नहीं लग पा रहा है। इसके लिए पुलिस उसके करीबियों के मोबाइल नंबर भी सर्विलांस पर लेकर जांच में जुटी है। वहीं, लल्ला गद्दी समेत प्रकाश में आए उसके अन्य स्थानीय गुर्गे भी अंडरग्राउंड हो गए हैं। पुलिस उन्हें तलाशने में जुटी है लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल रहा है। वहीं, दूसरी ओर चर्चा है कि अब जेल प्रशासन अशरफ को यहां से शिफ्ट कराने की कोशिश में लगा है। इसके लिए शासन स्तर पर कवायद चल रही है। वहीं, जेल में उसे तनहाई में रखने के बावजूद उसकी हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है।
जमीनों का मिला ब्योरा, होंगी जब्त
एसआईटी के मुताबिक कुछ ऐसी जमीनों का ब्योरा भी मिल गया है, जो लल्ला गद्दी, पीलीभीत बाईपास के एक बरातघर मालिक व प्रॉपर्टी डीलर और फरहद उर्फ गुड्डू के माध्यम से खरीदी गई हैं। अब इनकी पूरी जानकारी जुटाई जा रही है, जिसके बाद इन जमीनों को जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी। साथ ही पुलिस इन प्रॉपर्टी डीलरों की धरपकड़ में भी लगी हुई है।
एसआईटी के निशाने पर सद्दाम के करीबी
अशरफ के साले सद्दाम के बैंक खाते और शुक्रवार को गिरफ्तार हुए इज्जतनगर में परतापुर जीवन सहाय के प्रॉपर्टी डीलर फरहद उर्फ गुड्डू से पूछताछ में एसआईटी को तमाम जानकारियां मिली हैं। सामने आया है कि सद्दाम ने बरेली में प्रॉपर्टी का धंधा शुरू कर दिया था। यहां वह कई प्रॉपर्टी डीलर के साथ पैसे लगातार हिस्सेदार बन जाता था लेकिन अपना नाम सामने नहीं लाता था। ऐसे कई प्रॉपर्टी डीलर के बारे में एसआईटी को जानकारी मिली है। अब इनकी तलाश की जा रही है।
सद्दाम के बैंक खातों की एसआईटी ने डिटेल निकलवाई तो सामने आया कि वह बरेली के कई लोगों के बैंक खातों में मोटी रकम का लेनदेन करता था। जब इन लोगों के नाम सामने आए तो एसआईटी ने उनके बारे में जानकारी जुटानी शुरू की। इसी बीच शुक्रवार को पुलिस ने प्रॉपर्टी डीलर फरहद उर्फ गुड्डू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जब उससे पूछताछ की गई तो सामने आया कि सद्दाम बरेली में लल्ला गद्दी, पीलीभीत बाईपास के एक बरातघर मालिक व प्रॉपर्टी डीलर और प्रेमनगर व इज्जतनगर के रहने वाले करीब आधा दर्जन प्रॉपर्टी डीलर के साथ यहां जमीनों के काम करने लगा था। वह इन लोगों को नकद और अकाउंट के माध्यम से रकम उपलब्ध कराता था और ये लोग जमीनों का सौदा करते थे।
मुकदमे में नामजद होंगे दोषी पाए गए जेल अफसर
अशरफ से जेल में अवैध रूप से मुलाकात करने में दोषी पाए गए जिला जेल के अफसर व कर्मचारियों की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। एसआईटी ने डीआईजी जेल आरएन पांडेय से उनकी जांच रिपोर्ट मांगी है। कहा जा रहा है कि इस रिपोर्ट को विवेचना में शामिल कर सभी दोषियों को मुकदमे में नामजद किया जाएगा। डीआईजी जेल आरएन पांडेय की जांच में जेल अधीक्षक राजीव शुक्ला, जेलर राजीव कुमार मिश्र, डिप्टी जेलर दुर्गेश प्रताप सिंह व कुष्ण मुरारी गुप्ता और बंदी रक्षक शिवहरि अवस्थी, मनोज गौड़, ब्रजवीर सिंह, दानिश मेंहदी और दलपत सिंह को दोषी बताया गया है। कुछ लोगों की कम लापरवाही थी और कुछ की ज्यादा। उसी आधार पर जेल अधीक्षक राजीव शुक्ला व डिप्टी जेलर कृष्ण मुरारी गुप्ता को छोड़कर बाकी सभी को सस्पेंड कर दिया गया।