उमेश पाल हत्याकांड: अतीक ने विजय को बताया था अपना बेटा, पूछताछ में खुलासा
उमेश पाल और उसके गनर राघवेंद्र को पहली गोली मारने वाले विजय चौधरी उर्फ उस्मान को अतीक अहमद ने अपना बेटा बताकर इस्तेमाल किया था।
उमेश पाल और उसके गनर राघवेंद्र को पहली गोली मारने वाले विजय चौधरी उर्फ उस्मान को अतीक अहमद ने अपना बेटा बताकर इस्तेमाल किया था। अतीक ने फोन पर कहा था कि आज से उस्मान उसका बेटा है। बरेली जेल से अशरफ ने ही विजय की अतीक से फोन पर बात कराई थी। बरेली जेल में अशरफ और उसके गुर्गों से हुई पूछताछ के बाद यह खुलासा हुआ है।
कौंधियारा का रहने वाला विजय चौधरी उर्फ उस्मान काफी समय से अतीक गैंग से जुड़ा था। उमेश पाल की हत्या की साजिश रची गई तो उसे भी शामिल कर लिया गया। विजय चौधरी को पांच लाख का इनामी शूटर गुलाम अपने साथ बरेली जेल में अशरफ से मिलाने ले गया था।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, वहीं जेल में अशरफ ने विजय से मिलने के बाद अतीक अहमद को कॉल किया था। आईफोन से बातचीत हुई। अशरफ ने अतीक की सीधे विजय चौधरी से फोन पर बात कराई। अतीक ने विजय से कहा कि आज से वह उसका बेटा है। उसी ने विजय का नाम उस्मान रखा था। अतीक ने फोन पर यह भी कहा था कि काम होने के बाद उसे 10 लाख रुपये और एक कार मिलेगी। इसी लालच में विजय शूटर बन गया। यह भी बताया जा रहा है कि पुलिस मुठभेड़ में गोली लगने से जख्मी विजय ने पुलिस को पूरी कहानी भी बयां की थी। हालांकि अस्पताल पहुंचने से पहले विजय की सांसें थम गई थीं।