अतीक की जेल में भी नहीं कम हुई दबंगई, कॉल करके मांगता रंगदारी, धमकाता था
जेल में भी अतीक की दबंगई कम नहीं हुई। वहां पर अतीक को मोबाइल मिल गया। अतीक ने मोबाइल से कॉल करके रंगदारी मांगी और हत्या की धमकी दी दी। इसके बाद अब उमेश पाल की हत्या हो चुकी है।
अतीक अहमद की दबंगई को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर उसे यूपी की जेल से बाहर रखने का आदेश जारी हुआ। पुलिस ने देवरिया जेल कांड के बाद अतीक को कोर्ट के आदेश पर गुजरात की साबरमती जेल (अहमदाबाद) में शिफ्ट कर दिया, लेकिन अतीक की दबंगई कम नहीं हुई। वहां पर अतीक को मोबाइल मिल गया। अतीक ने मोबाइल से कॉल करके रंगदारी मांगी और हत्या की धमकी दी दी। इसके बाद अब उमेश पाल की हत्या हो चुकी है, लेकिन अतीक के कारनामों पर कभी लगाम नहीं लगा। धमकी मिलने के बाद उस वक्त पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली थी, लेकिन सजा दिलाने के लिए अतीक अहमद की वॉइस सैंपलिंग नहीं हुई। पुलिस ने कभी यह कोशिश नहीं की कि जेल से अतीक ने धमकी दी थी तो कॉल रिकार्डिंग की जांच कराकर उस पर कार्रवाई की जाए। अतीक के सामने पुलिस हमेशा बैकफुट पर नजर आई।
31 दिसंबर 2021 को अतीक अहमद के साढ़ू इमरान के भाई जीशान ने आरोप लगाया था कि अतीक के बेटे अली ने फोन पर अतीक से बात कराई। कहा गया था कि पांच करोड़ रुपये बंगले में पहुंचा दो या प्रॉपर्टी उनकी पत्नी शाइस्ता परवीन के नाम कर दो। सोशल मीडिया पर तहरीर वायरल होने पर पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज किया, लेकिन तहरीर बदलवा दी। अतीक को छोड़ अन्य नौ लोगों को नामजद किया। इससे पूर्व भी इसी अहमदाबाद जेल से अतीक ने दिसंबर 2019 में कॉल करके प्रॉपर्टी डीलर जैद को धमकाया था।
अतीक गैंग के सक्रिय सदस्य मल्ली पर आरोप था कि उसने जैद को पकड़कर अतीक से फोन पर बात कराई थी। बाद में अतीक और जैद की कॉल रिकॉर्डिंग सोशल मीडिया पर वायरल भी हुई। इस केस में भी जैद की शिकायत पर धूमनगंज पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। इससे पूर्व देवरिया जेल की कहानी किसी से छिपी नहीं। पहले लखनऊ के प्रॉपर्टी डीलर मोहित और बाद में प्रयागराज से जैद और उसके साथी को अगवा करके देवरिया जेल ले जाकर पीटा गया था। इससे पूर्व जुलाई 2018 में अतीक का बसपा नेता आसिफ से रंगदारी मांगने का ऑडियो वायरल हुआ था। अतीक के नैनी जेल में बंद रहते हुए भी कई लोगों की पिटाई का मामला सामने आया था। उस वक्त चर्चा थी कि जैमर बंद न करने पर एक डिप्टी जेलर की जमकर पिटाई की गई थी। लेकिन जेल प्रशासन ने मुकदमा दर्ज नहीं कराया था।