पौष पूर्णिमा पर वाराणसी के लिए चलीं दो मेला स्पेशल ट्रेनें, बिके सिर्फ 24 टिकट
पौष पूर्णिमा पर प्रयागराज रामबाग स्टेशन से वाराणसी के लिए मेला स्पेशल ट्रेन संचालित हुई। 12 कोच की मेला स्पेशल एक ट्रेन के महज पांच टिकट ही बिके। वहीं दूसरी में केवल 19 लोगों ने टिकट लिया।
माघ मेला के प्रमुख स्नान पर्व के लिए रेलवे ने भी श्रद्धालुओं के लिए खास तैयारी की है। रेलवे स्टेशनों पर खास इंतजाम के साथ मेला क्षेत्र में भी टिकट काउंटर, पूछताछ कक्ष भी बनाया गया। हालांकि भीषण ठंड ने श्रद्धालुओं की संख्या घटा दी। पौष पूर्णिमा पर प्रयागराज रामबाग स्टेशन से वाराणसी के लिए मेला स्पेशल ट्रेन संचालित हुई। 12 कोच की मेला स्पेशल ट्रेन के महज पांच टिकट ही बिके। सुबह 7:20 बजे रवाना हुई 12 कोच की स्पेशल ट्रेन में सफर करने के लिए महज पांच लोगों ने टिकट खरीदा।
इसी तरह सुबह 11 बजे रवाना हुई दूसरी मेला स्पेशल ट्रेन के लिए महज 19 यात्रियों ने टिकट लिया। दोनों मेला स्पेशल ट्रेनों के टिकट खरीद को जोड़ा जाए तो एक हजार रुपये भी नहीं आए। टिकट खरीदने वालों के अलावा भी तमाम यात्रियों ने दोनों ट्रेनों में सफर किया, लेकिन संख्या बहुत ही कम रही। दोनों ट्रेनों के प्रयागराज रामबाग से बनारस तक संचालन में लाखों के खर्च का आकलन है। हालांकि वाराणसी की ओर से ट्रेन आई तो काफी श्रद्धालु उसमें सवार थे। ट्रेन जब वापसी को रवाना हुई तो उसे खाली ही जाना पड़ा।
रूटीन वाली बसों से चल गया काम
पिछले कई दिनों से बसों में यात्रियों की संख्या काफी कम हो गई थी। शुक्रवार को पौष पूर्णिमा स्नान पर्व के मद्देनजर बसों में कुछ ज्यादा भीड़ नजर आई। पूर्वांचल रूटों से आने वाली बसों में सुबह खूब भीड़ रही। परिवहन निगम ने स्नान पर्व पर 1800 बसों के संचालन की तैयारी की थी। हालांकि शुक्रवार को रूटीन में चलने वाली 560 बसों से ही काम चल गया। बस अड्डों पर सामान्य दिनों से अधिक भीड़ रही। हालांकि रोडवेज अधिकारी जितनी भीड़ की उम्मीद कर रहे थे उतनी सफर को नहीं आई। क्षेत्रीय प्रबंधक एमके त्रिवेदी के मुताबिक, हर रूट पर बसों का इंतजाम था। अतिरिक्त बसों की जरूरत नहीं पड़ी लेकिन बसों से अच्छी संख्या में श्रद्धालु आए।