कोरोना की सबसे शक्तिशाली वैक्सीन का ट्रायल शुरू, 58 गुना अधिक एंटीबॉडी का दावा
Corona Vaccine: आईसीएमआर की हरी झंडी पर देश के 20 बड़े चिकित्सा संस्थानों में इस वैक्सीन के मिक्स-मैच प्रभाव को लेकर ट्रायल शुरू हुआ है। सभी नतीजों के डाटा के आधार पर यह रिसर्च पूरी होगी।
Corona Vaccine: कोरोना की सबसे शक्तिशाली वैक्सीन कोवावैक्स का प्रभाव दूसरा टीका लगे लोगों पर जांचने के लिए गोरखपुर एम्स में रिसर्च शुरू हो गई है। आईसीएमआर की हरी झंडी पर देश के 20 बड़े चिकित्सा संस्थानों में इस वैक्सीन के मिक्स-मैच प्रभाव को लेकर ट्रायल शुरू हुआ है। सभी नतीजों के डाटा के आधार पर यह रिसर्च पूरी होगी। इसे हिट्रोलोगस (वैक्सीन इंटरचेंज) रिसर्च कहते हैं। दावा है कि इसमें दूसरी वैक्सीनों की तुलना में 58 गुना अधिक एंटीबॉडी बन रही है।
इस रिसर्च उन लोगों पर किया गया जिन्हें पहले से किसी वैक्सीन की दो डोज लगी है। गोरखपुर एम्स में यह रिसर्च छह लोगों पर हो रही है। फार्माकोलॉजी विभाग के डॉ. हीराभल्ला ने बताया कि इस वैक्सीन के परिणाम काफी बेहतर रहे। इसको देखते हुए आईसीएमआर ने इसके मिक्स-मैच ट्रॉयल को भी हरी झंडी दे दी है। इस ट्रायल में वैक्सीन की बूस्टर डोज का असर दूसरा टीका लगे लोगों पर देखा जाना है।
जल्द ही कोविन पोर्टल पर अपलोड होगी कोरोना से जंग में सबसे शक्तिशाली वैक्सीन कोवावैक्स को माना जाता है। इसका उत्पादन सीरम इंस्टिट्यूट ने शुरू कर दिया है। जल्द ही यह वैक्सीन कोविन पोर्टल पर भी अपलोड हो जाएगी। इस वैक्सीन को लांच करने से पहले तीन चरण के रिसर्च में आईसीएमआर के साथ एम्स नई दिल्ली और गोरखपुर समेत देश के प्रतिष्ठित 20 चिकित्सा संस्थान शामिल हुए। देश भर में 1596 मरीजों पर इसका ट्रायल हुआ। इसके रिसर्च परिणामों को विश्व के सबसे प्रतिष्ठित जर्नल लैंसेट में इसी वर्ष मार्च के अंक में प्रकाशित किया है। विशेषज्ञों का दावा है कि इसमें दूसरी वैक्सीनों की तुलना में 58 गुना अधिक एंटीबॉडी बना रही है।
स्पाइक प्रोटीन से तैयार हुई है वैक्सीन
डॉ. हीराभल्ला ने बताया कि यह वैक्सीन अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा में लॉन्च हुई है। वहां नोवोवैक्स के नाम से से लांच किया गया है। एशिया में इसको कोवोवैक्स के नाम से लांच किया जा रहा है। यह वैक्सीन कोरोना वायरस सीओवी-2373 स्पाइक प्रोटीन से तैयार हुई है। यह वायरस से लड़ने के लिए शरीर में उम्दा एंटीबॉडी तैयार कर रही है।
कोवैक्सीन से प्रतिरक्षित लोगों पर रिसर्च
डॉ. हीराभल्ला ने बताया कि इसमें उन लोगों को कोवोवैक्स की बूस्टर डोज दी जाएगी, जिन्हें पहली दो डोज कोवैक्सीन की लगी हैं। इसके लिए भी गोरखपुर और दिल्ली एम्स सहित देश के 20 चिकित्सा संस्थानों को अधिकृत किया गया है। एम्स में कोवैक्सीन लगे छह लोगों पर यह ट्रायल होना। ऐसे छह लोगों का चयन कर वैक्सीन के बूस्टर डोज का ट्रायल शुरू हो चुका है। इसके प्रारंभिक परिणाम उत्साहजनक हैं।