जिन्हें मिट्टी का काम करना था, उन्हें खनन सिखा दिया, सदन में सपा पर सिद्धार्थनाथ ने कसा तंज
विधानसभा में शनिवार को सरकार की ओर से बजट चर्चा का जवाब देते हुए भाजपा के सिद्धार्थनाथ सिंह ने समाजवादी पार्टी के सदस्यों पर तीखे तंज कसे तो योगी आदित्यनाथ के बजट को एक योगी का आर्थिक माडल करार दिया।
विधानसभा में शनिवार को सरकार की ओर से बजट चर्चा का जवाब देते हुए भाजपा के सिद्धार्थनाथ सिंह ने समाजवादी पार्टी के सदस्यों पर तीखे तंज कसे तो योगी आदित्यनाथ के बजट को एक योगी का आर्थिक माडल करार दिया। सिद्धार्थनाथ ने कहा कि समाजवादी पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि जिन्हें मिट्टी का काम करना था, उन्हें खनन के काम में लगा दिया। उनका इशारा खनन घोटाले में फंसे गायत्री प्रसाद प्रजापति की ओर था। इसके विपरीत सपा सदस्यों ने बजट को पक्षपातपूर्ण करार देते हुए इसे महिला, किसान, युवा विरोधी बताया।
सिद्धार्थनाथ सिंह ने जवाब की शुरुआत एक शेर के जरिये की। उन्होंने कहा सीढ़ी उन्हें मुबारक जिन्हें छत पर जाना है, आसमां है मंजिल जिसकी उन्हें रास्ता बनाना है..। उन्होंने समाजवादी पार्टी के सदस्यों पर तंज कसते हुए कहा कि जिनके पास कींचड़ है वे कींचड़ उछालते हैं और हमारे पास तो गुलाल है लेकिन हम कीचड़ में भी कमल खिलाने का काम कर रहे हैं। सिद्धार्थनाथ ने खनन घोटाले में फंसे गायत्री प्रजापति का नाम लिए बगैर सपा पर तंज किया कहा कि जिन्हें माटी का काम करना था उन्हें अवैध खनन में लगा दिया। भाजपा ने तो माटी का काम करने वालों के लिए माटी कला बोर्ड बनाया है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने जापान में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को मथुरा की सांझी कलाकृति देकर प्रदेश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि दाओस में 600 प्रतिनिधियों को ओडीओपी की कलाकृतियां देकर बड़े पैमाने पर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का काम किया गया। सरकार ने बजट में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का काम किया है। अल्पसंख्यकों के लिए 800 करोड़ रुपये का इंतजाम किया गया है। बजट में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने पर जोर दिया गया है। प्रदेश की जीडीपी लगातार बढ़ रही है।
बजट खर्च ही नहीं किया, पूरी तरह पक्षपातपूर्ण: लालजी वर्मा
सपा सदस्य लालजी वर्मा ने बजट प्रस्तावों का विरोध करते हुए कहा कि यह सपनों को गुमराह करने वाला है। यह पूरी तरह पक्षपातपूर्ण है और महिलाओं, युवाओं, किसानों के साथ धोखा है। उन्होंने आंकड़े प्रस्तुत करते हुए कहा कि कई विभागों का बजट पूरी तरह खर्च ही नहीं हुआ। नौबत यह है कि कई विभागों का करीब 70 से 35 फीसदी तक खर्च ही नहीं किया गया।
68000 शिक्षक भर्तियों में आरक्षण की धांधली हुई
लाल जी वर्मा ने कहा कि शिक्षा विभाग में हुई भर्तियों में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने 68000 भर्तियों में आरक्षण में धांधली की रिपोर्ट दी। सरकार ने माना भी कि 6800 अभ्यर्थियों को गलत आरक्षण दिया गया लेकिन बजट में इस मुद्दे पर सरकार मौन है। उन्होंने कहा कि सरकार ने वादा किया था कि 70 लाख रोजगार दिए जाएंगे लेकिन अभी तक खुद संसदीय कार्यमंत्री ने स्वीकार किया है कि सिर्फ 9.5 लाख रोजगार दिए गए हैं।
सरकारी भर्तियों में 4.50 लाख और निजी क्षेत्र में पांच लाख। उन्होंने कहा कि सदन में सरकार की ओर से गलत तथ्य रखे जा रहे हैं। संसदीय कार्यमंत्री ने शुक्रवार को कहा कि सरकार ने 4.5 लाख भर्तियां दी हैं लेकिन मुख्यमंत्री ने कहा कि 5 लाख नौकरियां दी हैं। किसी सही माना जाए।
हर गांव में बनाए जाएं स्नानघर : मोना
कांग्रेस की नेता आराधना मिश्रा मोना ने सरकार के बजट को युवाओं के विरोध में बताते हुए सुझाव दिया कि सरकार हर ग्रामीण घर में एक शौचालय की तरह स्नानघर भी बनवाए। उन्होंने कहा कि यह बजट जनता को गुमराह करने वाला है। समाज का हर वर्ग हाहाकार कर रहा है। सरकार ने किसानों को सिंचाई के लिए फ्री बिजली देने की बात कही थी लेकिन उसका कोई इंतजाम नहीं किया गया है। उन्होंने तदर्थ शिक्षकों के समायोजन के साथ ही कहा कि बजट में कर्मचारियों के लिए कुछ नहीं है। कर्मचारियों की पुरानी पेंशन के लिए भी कोई इंतजाम नहीं किया गया।