Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़There is a problem regarding recruitment on 12782 posts Public Service Commission returned the proposal due to flaws

12782 पदों पर भर्ती को लेकर पेंच फंसा, लोकसेवा आयोग ने खामियों के चलते लौटाया प्रस्ताव

यूपी में 12782 पदों पर भर्ती को लेकर पेंच फंस गया है। विभागों द्वारा भेजे गए आधे-अधूरे 594 प्रस्तावों को उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग ने वापस कर दिया है।

Deep Pandey शैलेंद्र श्रीवास्तव, लखनऊFri, 14 June 2024 06:40 AM
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सरकारी विभागों में 12782 पदों पर भर्ती को लेकर पेंच फंस गया है। विभागों द्वारा भेजे गए आधे-अधूरे 594 प्रस्तावों को उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग ने वापस कर दिया है। इन प्रस्तावों में कई तरह की खामियां हैं। इसके चलते इन पदों पर भर्ती की प्रक्रिया पूरी नहीं की जा सकती है। लोकसेवा आयोग ने भर्ती का प्रस्ताव वापस भेजते हुए इसे दुरुस्त करने को कहा है, जिससे इन पर भर्ती की प्रक्रिया को पूरा किया जा सके।

मानक का नहीं हो रहा पालन
कार्मिक विभाग ने सरकारी विभागों में रिक्त पदों को भरने के लिए ई-अधियाचन पोर्टल लांच किया है। सभी आयोगों को इसके माध्यम से ही प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया गया है। इसके बाद भी विभागों द्वारा इसका पूरी तरह से पालन नहीं किया जा रहा है, जिसके चलते भर्ती प्रक्रिया लटक रही है। लोकसेवा आयोग द्वारा वापस भेजे गए प्रस्तावों में अधिकतर में छोटी-मोटी खामियां। कुछ प्रस्तावों में नियमावली का हवाला नहीं दिया गया है, तो कुछ में योग्यता स्पष्ट नहीं है। कुछ प्रस्तावों में यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि किस वर्ग के कितने पद हैं। लोकसेवा आयोग ने इन प्रस्तावों को वापस भेजते हुए इसे ठीक कर दोबारा भेजने को कहा है।

तय प्रारूप पर देना होगा प्रस्ताव
लोकसेवा आयोग द्वारा विभागों को भर्ती प्रस्ताव वापस किए जाने के बाद कार्मिक विभाग ने इसे गंभीरता से लिया है। कार्मिक विभाग ने विभागाध्यक्षों को निर्देश दिया है कि भर्ती प्रस्ताव आयोगों को भेजने के लिए तय प्रारूप का इस्तेमाल किया जाए। भर्ती प्रस्तावों में यह स्पष्ट किया जाए कि कितने पद किस वर्ग के हैं। इसके लिए योग्यता क्या है? अगर अनुभव की जरूरत हो तो इसका भी उल्लेख किया जाए। यह भी बताया जाएगा कि किस नियमावली के तहत पदों पर भर्ती होगी। इसके साथ ही आयोगों को परीक्षा पाठ्यक्रम भी तय समय से भेजा जाएगा, जिससे भर्तियां तय समय पर हो सके और अभ्यर्थियों को किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े।

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