Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़The medical superintendent of BHU hospital slapped the nursing staff the work came to a standstill the patients were upset

बीएचयू अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक ने नर्सिंग स्टाफ को मारा थप्पड़, कामकाज ठप, परेशान हुए मरीज

बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में शनिवार को नर्सिंग स्टाफ ने कार्य का बहिष्कार कर धरना प्रदर्शन किया। इससे मरीजों को काफी परेशानी हुई। तीमारदार मरीज को लेकर अस्पताल में भटकते रहे। धरना दे रहे...

Yogesh Yadav वाराणसी कार्यालय संवाददाता, Sat, 8 Jan 2022 08:59 PM
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बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में शनिवार को नर्सिंग स्टाफ ने कार्य का बहिष्कार कर धरना प्रदर्शन किया। इससे मरीजों को काफी परेशानी हुई। तीमारदार मरीज को लेकर अस्पताल में भटकते रहे। धरना दे रहे कर्मियों का आरोप है कि अस्पताल के एमएस प्रो. केके गुप्ता ने इमरजेंसी में ड्यूटी कर रहे नर्सिंग स्टाफ अरविंद शेखावत के साथ मारपीट और गाली-गलौज की है।

आक्रोशित नर्सिंग स्टाफ ने वाइस चासंलर प्रो. सुधीर जैन को पत्र लिखकर एमएस के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। नर्सिंग स्टाफ को मनाने के लिए चिकित्सा विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. बीआर मित्तल भी पहुंचे पर बात नहीं बनी। 

प्रो. गुप्ता शनिवार दोपहर करीब एक बजे कोविड वार्ड में निरीक्षण करने गए थे। यहां से वह इमरजेंसी वार्ड में आए एक मरीज के तीमारदार और स्टाफ नर्स अरविंद शेखावत में बहस हो रही थी। नर्सिंग स्टाफ का आरोप है कि एमएस अरविंद शेखावत पर चिल्लाते हुए गाली-गलौज करने लगे। हाथ भी चलाया। आक्रोशित नर्सिंग स्टाफ को डिप्टी एमएस प्रो. सौरभ सिंह समझाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने। 

स्टाफ नर्स अरविंद ने बताया कि एमएस आए दिन गलत सलूक करते हैं। उनकी ज्यादातर कर्मचारियों से नहीं बनती है। आज उन्होने थप्पड़ मार दिया जो आत्मसम्मान पर चोट है।

नर्सिंग स्टाफ के धरना प्रदर्शन के कारण मरीजों को काफी परेशानी हुई। नर्सिंग स्टाफ वार्ड छोड़कर इमरजेंसी पहुंच गए। वार्ड में मरीजों को ड्रिप बदलने और चढ़ाने में काफी परेशानी हुई। इमरजेंसी के बाहर घंटों मरीज फंसे रहे। एक बेटे की सांस अनियंत्रित होने पर पिता परेशान था। एक बेटा अपनी लकवाग्रस्त मां को दिखाने के लिए कई जुगत लगा रहा था। चंदौली के सिद्धी राम के बेटे को लकवा मार गया था। धरना कारण उन्हे इमरजेंसी के बाहर एक घंटे तक इंतजार करना पड़ा। काफी मिन्नत करने के बाद अंदर भर्ती किया गया। अंदर भी नर्सिंग स्टाफ नहीं होने से परेशानी हुई। 

एमएस प्रो. केके गुप्ता का कहना है कि मैंने किसी को थप्पड़ नहीं मारा। जो भी आरोप लगा रहे हैं, वो गलत है। फिर भी मैं सीसीटीवी कैमरा देखूंगा और सच लोगों के सामने रखूंगा। 

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