Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Terrorists Moinuddin and Abdul Samad enters in Uttar Pradesh high alert in state

High Alert : उत्तर प्रदेश में घुसे आतंकी मोइनद्दीन और अब्दुल समद

दक्षिण भारत से जुड़े दो आतंकी उत्तर प्रदेश में प्रवेश कर चुके हैं। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक ये भारत-नेपाल सीमा से सटे किसी जिले से नेपाल भाग सकते हैं। इनकी तलाश में पूरे गोरखपुर जोन में हाई अलर्ट...

Shivendra Singh एचपी चौहान, बस्ती।Wed, 1 Jan 2020 07:55 AM
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दक्षिण भारत से जुड़े दो आतंकी उत्तर प्रदेश में प्रवेश कर चुके हैं। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक ये भारत-नेपाल सीमा से सटे किसी जिले से नेपाल भाग सकते हैं। इनकी तलाश में पूरे गोरखपुर जोन में हाई अलर्ट जारी किया गया है। आखिरी दफा दोनों को पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में देखा गया था।

खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन आईएसआईएस से जुड़े दक्षिण भारत में सक्रिय रहे ख्वाजा मोइनद्दीन को सितम्बर 2017 में एनआईए ने चेन्नई से पकड़ा था। जांच में पता चला था कि सीरिया से लौटने के बाद वह दक्षिण भारत समेत देश के अन्य राज्यों में युवाओं का ब्रेनवाश कर उन्हें आईएसआईएस से जोड़ता था। वह पाक समर्थित आतंकी संगठन इंडियन मुजाहीदीन के भी संपर्क में है।

दक्षिण भारत में ही सक्रिय दूसरे आतंकी आतंकी अब्दुल समद को फरवरी 2018 में पकड़ा गया था। पुणे विस्फोट से जुड़े आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के सदस्य को समद ने हवाला के जरिए खाड़ी देश से मिले 3.50 लाख रुपये पहुंचाए थे। इसके अलावा उसका संबंध सिमी से भी था। वह आतंकियों को हथियार भी मुहैया कराता है।

खुफिया सूत्रों के मुताबिक, दोनों आतंकी 16 दिसंबर तक पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में देखे गए थे। पता चला है कि मौजूदा समय में दोनों यूपी में प्रवेश कर चुके हैं। खुफिया एजेंसियों ने आशंका व्यक्त की है कि संभव है कि दोनों भारत-नेपाल सीमा से सटे किसी जिले से होते हुए नेपाल भाग जाएं। इसके लिए गोरखपुर जोन के महराजगंज, कुशीनगर और सिद्धार्थनगर जिला सबसे मुफीद है। तीनों जिलों की सीमा नेपाल देश से जुड़ी हैं।

दोनों आतंकियों के यूपी में प्रवेश करने की सूचना है। नेपाल से सटे सिद्धार्थनगर समेत जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। दोनों के फोटो भी मिले हैं। उसे भी पुलिस को सौंपा गया है। स्थानीय खुफिया एजेंसियों को भी ख्वाजा मोइनद्दीन और अब्दुल समद के पीछे लगाया गया है। - आशुतोष कुमार, आईजी रेंज बस्ती

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