प्रयागराज के प्राथमिक विद्यालय में शिक्षकों की लापरवाही, क्लासरूम में बच्चे को बंदकर चले गए घर
प्रयागराज के मेजा विकासखंड के लोहरा स्थित प्राथमिक विद्यालय में लापरवाही का मामला सामने आया है। जहां एक बच्चे को स्कूल में बंद कर टीचर घर चले गए। सोशल मीडिया इसका वीडियो वायरल हो रहा है।
यूपी के प्रयागराज के मेजा विकासखंड के लोहरा स्थित प्राथमिक विद्यालय में लापरवाही का मामला सामने आया है। जहां तीन साल के बच्चे को स्कूल में बंद कर टीचर घर चले गए। सोशल मीडिया बच्चे के स्कूल में बंद होने का वीडियो वायरल होने के बाद सहायक अध्यापिका जूली कुमारी को निलंबित कर दिया गया। वहीं, बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने बीईओ कौंधियारा अरुण कुमार अवस्थी को जांच अधिकारी नामित किया है। इसके अलावा शिक्षामित्र ललिता सिंह का सोमवार का मानदेय रोकते हुए भविष्य में घटना की पुनरावृत्ति पर संविदा समाप्त करने की चेतावनी दी है।
बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी के अनुसार विद्यालय में बच्चा बंद होने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर बीईओ मेजा से रिपोर्ट मांगी। रिपोर्ट के अनुसार इस विद्यालय की इंचार्ज प्रधानाध्यापिका स्वाती द्विवेदी की ड्यूटी राजकीय पॉलीटेक्निक रसूलाबाद में 22 जून से 26 जुलाई तक लगी है। एक अन्य अध्यापिका अनामिका सोनकर 28 जून से मातृत्व अवकाश पर हैं। सहायक अध्यापिका जूली कुमारी, शिक्षामित्र ललिता सिंह और आंगनबाड़ी सरोज पाल उपस्थित थीं। घटना के समय जूली कुमारी पेड़ रखवाने दूसरी तरफ चली गई थीं और रसोइयों ने ताला लगाया। जांच में पता चला कि स्कूल दो बजे से ही बंद कर दिया गया था। बिना जांच पड़ताल ताला लगाने से पूरे स्टाफ की लापरवाही पता चलती है। एक बच्चे को विद्यालय में बंद करके उसकी जान जोखिम में डालने का दोषी पाये जाने पर बीएसए ने शिक्षिका को निलंबित और शिक्षामित्र का एक दिन का मानदेय रोका है।
सोशल मीडिया में वीडियो वायरल
विकास खंड मेजा के लोहरा गांव में दोपहर दो बजे के लगभग उस समय हड़कंप मच गया, जब गांव का एक बच्चा स्कूल में बंद चीख पुकार करता मिला। इस बात की जानकारी जैसे ही बच्चे की मां को हुई वह स्कूल पहुंच गई। शोरगुल सुन लोगों की भीड़ इकह्वा हो गई। ग्रामीणों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया तो शिक्षा विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। लोहरा गांव का एक बालक शिवांश पाल पुत्र शिव पाल सुबह आठ बजे के लगभग अपनी बहन के साथ उक्त विद्यालय पहुंच गया था। पढ़ाई के दौरान शिवांश सो गया तो उसकी बहन उसे बगल के कमरे में सुला दी। जब स्कूल बंद हुआ तो छात्रा तो अपने घर पहुंच गई, लेकिन उसका भाई स्कूल कक्ष में रह गया।