BHU में SUV ने साइकिल सवार को रौंदा, छात्रों का हंगामा, पत्थरबाजी, 5 हिरासत में; कैंपस में मार्चपास्ट
बीएचयू परिसर में डालमिया छात्रावास के सामने शनिवार रात तेज रफ्तार SUV ने साइकिल सवार श्रमिक को रौंद दिया। छात्रावास के सामने मौजूद छात्रों ने एसयूवी का पीछा किया तो चालक वाहन छोड़कर भाग निकला।
BHU News: बीएचयू परिसर में डालमिया छात्रावास के सामने शनिवार रात तेज रफ्तार एसयूवी ने साइकिल सवार श्रमिक को रौंद दिया। छात्रावास के सामने मौजूद छात्रों ने एसयूवी का पीछा किया तो चालक वाहन छोड़कर भाग निकला। छात्रों ने गंभीर रूप से घायल कृष्णचंद्र (48) को ट्रामा सेंटर भेजवाया, जहां उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद वाहन में तोड़फोड़ करते हुए छात्र सिंहद्वार पर धरने पर बैठ गए। वे परिसर में सुरक्षा को लेकर जमकर हंगामा कर रहे थे। रात 12 बजे के करीब पुलिस ने छात्रों को खदेड़ दिया। इस दौरान छात्रों ने पत्थरबाजी भी की। पांच लोग हिरासत में लिए गए हैं। पुलिस ने कैंपस में मार्चपास्ट किया।
दशाश्वमेध थानाक्षेत्र के देवनाथपुरा का कृष्णचंद्र (48) पांडेय हवेली में तंदूर बनाता था। उसकी सास विश्वविद्यालय परिसर में रहती हैं। उनसे मिलकर कृष्णचंद देर रात साइकिल से घर लौट रहा था। डालमिया हॉस्टल के सामने कृष्णचंद्र को पीछे से आ रही एसयूवी ने रौंद दिया। हॉस्टल के बाहर मौजूद छात्रों ने दुर्घटना देख शोर मचाया और एसयूवी का पीछा कर लिया। ब्रोचा छात्रावास के बाहर वाहन छोड़कर चालक भाग निकला। नाराज छात्रों ने वाहन में तोड़फोड़ की। सूचना पर लंका पुलिस और प्रॉक्टोरिलय बोर्ड के सदस्य पहुंचे। कृष्णचंद्र के पास श्रम विभाग का पंजीकृत कार्ड मिला। वह दशाश्वमेध के देवनाथपुरा का रहने वाला बताया गया है। पुलिस के मुताबिक, एसयूवी सुदामा चौबे के नाम से रजिस्टर्ड है। इधर, हादसे के बाद सैकड़ों छात्र सिंहद्वार पर पहुंचे और गेट बंद कर धरने पर बैठ गए। वे वाहन चालक की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। छात्रों के अनुसार वाहन पर एक दल का झंडा लगा हुआ था।
पुलिस ने छात्रों को खदेड़ा, 5 हिरासत में, मार्चपास्ट
बीएचयू परिसर में मजदूर की मौत के बाद सिंहद्वार बंद कर धरने पर बैठे छात्रों को पुलिस ने रात करीब 12 बजे खदेड़ दिया। मौके से पांच छात्रों को हिरासत में ले लिया गया। इस दौरान छात्रों ने पत्थरबाजी भी की। पुलिस देर रात तक डालमिया, ब्रोचा आदि हॉस्टल के बाहर चक्रमण करती रही। देर रात पुलिस अधिकारी कुलपति आवास पहुंचे और वहां भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई।
सिंहद्वार पर धरना-प्रदर्शन की सूचना पर इंस्पेक्टर शिवाकांत मिश्र पहुंचे। छात्रों के उग्र होने, सिंहद्वार का मुख्य गेट और दोनों छोटे गेट भी बंद कर वाहनों का आवागमन रोकने, नारेबाजी की सूचना पर डीसीपी काशी जोन प्रमोद कुमार पहुंचे। करीब आधे घंटे तक समझाने के बाद भी छात्र नहीं माने तो पुलिस ने लाठी लेकर छात्रों को खदेड़ दिया।
हादसे के बाद झंडा बदला
सोशल मीडिया पर दो तस्वीरें वायरल हुईं। एक तस्वीर हादसे के तत्काल बाद की बताई जा रही है, जिस पर दूसरे राजनीतिक दल का झंडा लगा है। इसके बाद दूसरी तस्वीर वायरल हुई, जिसमें सत्ता पक्ष का झंडा लगा दिख रहा है। आरोप है कि हादसे के बाद बचने या बदनाम करने की नीयत से झंडा बदला गया। बीएचयू विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारी ने एक्स पर पोस्ट कर कार्रवाई की मांग की।
वाहन का पुराना वीडियो वायरल
जिस एसयूवी से हादसा हुआ है, दुर्घटना के थोड़ी देर बाद उसका एक वीडियो वायरल हो गया। इंस्टाग्राम पर रील में वही वाहन दिख रहा है। संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के सामने वाहन पर फूल-माला चढ़ाया गया था।