Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Strictly: Unqualified employees of UP Cooperative Bank will be removed from the post

सख्ती: यूपी कोऑपरेटिव बैंक के अयोग्य कर्मचारियों को हटाया जाएगा

सेवा स्थानांतरण (आमेलन) के जिरए यूपी कोऑपरेटिव बैंक में जिम्मेदार पदों पर काम कर रहे अयोग्य कार्मिक हटाए जाएंगे। ऐसे कार्मिकों में पूर्व मंत्री, वरिष्ठ नेता और सहकारिता विभाग के अफसरों के रिश्तेदारों...

Alakha Ram Singh हेमंत श्रीवास्तव, लखनऊFri, 22 Nov 2019 09:48 AM
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सेवा स्थानांतरण (आमेलन) के जिरए यूपी कोऑपरेटिव बैंक में जिम्मेदार पदों पर काम कर रहे अयोग्य कार्मिक हटाए जाएंगे। ऐसे कार्मिकों में पूर्व मंत्री, वरिष्ठ नेता और सहकारिता विभाग के अफसरों के रिश्तेदारों की संख्या अधिक है। प्रमुख सचिव सहकारिता एमवीएस रामीरेड्डी ने ऐसे सभी कार्मिकों की योग्यता की जांच कराने ओर मूल पद पर वापस करने का आदेश दिया है।

गलत तरीके से सेवा स्थानांतरण की शिकायतों पर प्रमुख सचिव रामीरेड्डी ने यह आदेश जारी किया है। जिसमें लिखा है कि 10  सालों में आमेलन के जरिए बैंक में आए कार्मिकों की शैक्षिक योग्यता की जांच कराएं। यदि योग्यता बैंक में उनके मूल पद के अनुरूप नहीं है तो तत्काल उन्हें मूल पद में वापस भेजें।


पूर्व मंत्री, बड़े नेता के रिश्तेदारों को फायदा
सेवा स्थानांतरण (आमेलन) के जरिए यूपी कोआपरेटिव बैंक में काम कर रहे अयोग्य कार्मिकों को मूल पद पर वापस भेजने की तैयारी है। सहकारिता के एक अधिकारी के मुताबिक आमेलन के तहत एक संस्था से दूसरी संस्था में कार्मिक को उसकी पूरी सेवा अवधि के तहत भेजा जाता है। यूपी कोआपरेटिव बैंक में जितने भी कार्मिक आमेलन के जरिए तैनात हैं सभी ने अपने मूल विभाग में इस्तीफा देने के बाद यहां ज्वाइन किया है। फिलहाल ऐसे 40 लोगों की सूचना विभाग के पास है।

सहकारिता विभाग से हाल ही में सेवानिवृत्त एक अपर आयुक्त की बेटी जिला सहकारी बैंक में तैनात थी। आमेलन के जरिए इन्हें यूपी कोआपरेटिव बैंक में सहायक प्रबंधक की जिम्मेदारी दी गई। इनकी शैक्षिक योग्यता होटल मैनेजमेंट में स्नातक है। दूसरी संस्था के एक गणक को यूपी कोआपरेटिव बैंक में सहायक महाप्रबंधक के पद पर तैनात कर दिया गया।

एक अन्य संस्था की प्रबंधक पद पर रही महिला कार्मिक भी यहां सहायक महाप्रबंधक के पद पर हैं। शासन स्तर पर इसकी शिकायत होने के बाद पिछले दस साल में आमेलन के तहत यूपी कोआपरेटिव बैंक में आने वाले सभी कार्मिक जांच के दायरे में आ गए हैं। यूपी कोआपरेटिव बैंक में पिछले दस सालों में तय योग्यता नहीं होने पर भी आमलेन के जरिए वरिष्ठ पदों पर आने वालों में एक पूर्व मंत्री, कई वरिष्ठ नेता, सहकारिता विभाग के अफसरों के रिश्तेदारों खासकर बेटे-बेटियों को लाभ पहुंचाया गया है।

जिला सहकारी बैंकों, उपभोक्ता सहकारी फोरम, नाबार्ड, सहकारी बैंक केंद्रीयकृत सेवा, सहकारी फेडरेशन लि. से इन कार्मिकों को यूपी कोआपरेटिव बैंक में सेवा स्थानांतरण का लाभ दिया गया है। 

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