यूपी में लॉकडाउन से बचने के लिए सख्ती के आदेश, फिर से बनने लगे कंटेनमेंट जोन, मजिस्ट्रेट की बहाली
कोरोना की दूसरी लहर से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से जारी गाइडलाइंस के बाद प्रशासन ने लॉकडाउन से बचने के लिए एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। अधिक कोरोना केस वाले...
कोरोना की दूसरी लहर से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से जारी गाइडलाइंस के बाद प्रशासन ने लॉकडाउन से बचने के लिए एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। अधिक कोरोना केस वाले क्षेत्रों को दोबारा से कंटेनमेंट क्षेत्र में बदला जा रहा है। इतना ही नहीं ज्यादा संक्रमण वाले क्षेत्रों में मजिस्ट्रेट की बहाली शुरू कर दी गई है। भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों पर नजर बनाए रखने के लिए चार अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं। यह टीमें भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों की मॉनिटरिंग कर उसके नियंत्रण पर के उपाय सुझाएंगी।
दूसरी लहर को देखेते हुए गोरखपुर के कमिश्नर जयंत नार्लीकर ने कोरोना टेस्ट बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही सभी कोविड अस्पतालों को अलर्ट रहने को कहा है। श्री नार्लीकर ने बताया कि बाद दोबारा से पुरानी स्थिति सामने न आए, इसके लिए कि अभी से सभी को अलर्ट रहना होगा। टेस्ट की संख्या बढ़ाने के साथ ही भीड़भाड़ को भी नियंत्रित करना होगा। प्रमुख त्योहार बीत चुके हैं लेकिन अब शादियों का समय आ गया है। ऐसे में एहतिहात और जरूरी है। सभी से अपील है कि शादियों में कम से कम लोग शामिल हों ताकि कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण हो सके।
सार्वजनिक कार्यक्रमों पर भी अंकुश लगाने की तैयारी
जिला प्रशासन अब सार्वजनिक कार्यक्रमों पर भी अंकुश लगाने की तैयारी में है। सिर्फ जरूरी आयोजनों को ही अनुमति देने की तैयारी चल रही है। गैर जरूरी लगने वाले कार्यक्रमों को अनुमति नहीं दी जाएगी।
बिना वजह भीड़ लगाई तो कार्रवाई
जिलाधिकारी के. विजयेन्द्र पाण्डियन ने बताया कि किसी भी सार्वजनिक क्षेत्र में बेवजह की भीड़ करने वालों के खिलाफ अब सख्ती की जाएगी। सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ न लगे इसके लिए मोबाइल मजिस्ट्रेट की भी तैनाती की जा रही है।