पीएनबी एटीएम से 13 लाख रुपए चुरा कर चुकाया उधार, खरीदा महंगा मोबाइल फोन, 3 गिरफ्तार
राजधानी लखनऊ में पीएनबी एटीएम मशीन का लॉक खोल कर 13 लाख रुपये चुराने वाले सीएमएस कम्पनी के कस्टोडियन और दो पूर्व कर्मचारियों को गाजीपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
लखनऊ में इन्दिरानगर सेक्टर-बी स्थित पीएनबी एटीएम मशीन का लॉक खोल कर 13 लाख रुपये चुराने वाले सीएमएस कम्पनी के कस्टोडियन और दो पूर्व कर्मचारियों को गाजीपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी कस्टोडियन ने चुराए गए रुपयों से उधार चुकाने के साथ एक मोबाइल फोन खरीदा था। पुलिस ने आरोपियों के पास से चुराए गए नौ लाख रुपये और एटीएम मशीन की कैसेट बरामद की है। इंस्पेक्टर विकास राव के मुताबिक कानपुर बाबूपुरवा निवासी नौशाद अली, कानपुर विधनू निवासी अभिषेक कुमार और फतेहपुर सिविल लाइन निवासी आरिफ खान को कुकरैल जंगल के पास से पकड़ा गया।
नौशाद अली सीएमएस कम्पनी में कस्टोडियन था। वहीं, अभिषेक और आरिफ भी कम्पनी में कस्टोडियन का काम कर चुके हैं। नौशाद पर करीब तीन लाख रुपये का उधार था। जिसे अदा करने के लिए आरोपी ने अभिषेक और आरिफ के साथ मिल कर योजना बनाई। जिसके तहत अभिषेक को सेक्टर-बी स्थित पीएनबी एटीएम का पासवर्ड बताया। योजना के मुताबिक अभिषेक मास्क पहन कर एटीएम बूथ में दाखिल हुआ। पासवर्ड डाल कर मशीन का लॉक खोल कर दो कैसेट निकाल ली। जिसमें करीब 13 लाख 852 रुपये थे।
उधार चुकाने के बाद दोस्तों संग की पार्टी
वारदात को अंजाम देने के बाद तीनों लोग भाग कर कानपुर पहुंच गए थे। नौशाद ने करीब तीन लाख रुपये का उधार चुकाया। वहीं, एक आईफोन भी खरीदी लिया। रुपयों के बंटवारे से पहले तीनों ने साथ में पार्टी भी की थी। यह जानकारी अभिषेक ने पुलिस को दी। इंस्पेक्टर के मुताबिक आरोपियों के पास से नौ लाख 20 हजार रुपये और एटीएम मशीन की कैसेट मिली हैं। वहीं, सीएमएस कम्पनी के रविंद्र ने गाजीपुर कोतवाली में नौशाद के साथ चंदौली चकिया निवासी सूरजदेव मौर्या, चिनहट मल्हौर निवासी शिवांक और प्रदीप पर शक जताते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। इंस्पेक्टर के मुताबिक चोरी की वारदात में सूरजदेव, शिवांक और प्रदीप की भूमिका नहीं पाई गई। जिसके चलते उनका नाम मुकदमे में से हटाया जाएगा।