कोरोना लॉकडाउन से स्टील उद्योग को लगा हजारों करोड़ का झटका
कोरोना संक्रमण व लॉकडाउन के चलते स्टील उद्योग को कई हजार करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा है। अब हालात सामान्य होने के साथ इस उद्योग को ऑक्सीजन मिलने की उम्मीद है। इस संकट के चलते जहां स्टील के दामों...
कोरोना संक्रमण व लॉकडाउन के चलते स्टील उद्योग को कई हजार करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा है। अब हालात सामान्य होने के साथ इस उद्योग को ऑक्सीजन मिलने की उम्मीद है।
इस संकट के चलते जहां स्टील के दामों में 60 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हो गई है, वहीं इससे जुड़े कई उद्योग स्टील की कमी से जूझ रहे हैं। फैब्रिकेटर्स से जुड़ी यूनिटों भी संकट का सामना करना पड़ा है। लोहे के पाइप बनाने वाले भी यूनिट भी मुश्किल में हैं। यह संकट यूपी ही नहीं कई राज्यों में हैं। पश्चिमी यूपी में गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, मेरठ से लेकर लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर तक वाराणसी तक यह स्टील निर्माण यूनिटों को ऑक्सीजन की आपूर्ति रोकने पड़ी। यह सारी ऑक्सीजन मेडिकल सप्लाई के लिए जारी की गई।
इंडियन इंडस्ट्री एसोसिएशन के यूपी के चेयरमैन रहे अनिल गुप्ता कहते हैं- 'कोरोना काल में सबसे बड़ी जरूरत अस्पतालों में मरीजों को ऑक्सीजन देकर जान बचाना था। इसलिए इस उद्योग को भले ही घाटा हुआ लेकिन इस बात का मलाल कतई नहीं है। लेकिन जब संक्रमण कम होने के चलते चिकित्सा के लिए ऑक्सीजन की जरूरत कम हो रही है, ऑक्सीजन की नई यूनिटों से उत्पादन शुरू हो गया है, तब सरकार को उद्योगों के लिए इसकी सप्लाई खोल देनी चाहिए।'
एसोसिएशन ने सरकार को पत्र लिख कर ऑक्सीजन आपूर्ति को बहाल करने की मांग रखी है। इसका संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि उद्योगों को ऑक्सीजन की आपूर्ति कराई जाए। औद्योगिक विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार का कहना है कि आक्सीजन के मामले में स्थिति बेहतर हो रही है, ऐसे में हमारी कोशिश है कि उद्योगों को भी आक्सीजन की आपूर्ति कराई जाए।