Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़speculators became active in the market before arrival of new crop of pigeon pea rise of rs 15 in a week

अरहर की नई फसल पहुंचने से पहले बाजार में सक्रिय हो गए सटोरिये, एक हफ्ते में 15 रुपए का उछाल 

अरहर की नई फसल अभी पूरी तरह मार्केट में पहुंची भी नहीं है और सटोरिये सक्रिय हो गए हैं। नतीजा यह है कि बमुश्किल हफ्ते भर में अरहर की दाल की कीमतों में 12 से 15 रुपये प्रति किलो का उछाल आ चुका है।

Ajay Singh वरिष्ठ संवाददाता, गोरखपुरMon, 8 April 2024 01:58 PM
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Price of Arhar Dal: अरहर की नई फसल अभी पूरी तरह मार्केट में पहुंची भी नहीं है और सटोरिये सक्रिय हो गए हैं। नतीजा यह है कि बमुश्किल सप्ताह भर में अरहर की दाल की कीमतों में 12 से 15 रुपये प्रति किलो का उछाल आ चुका है। अप्रैल के दूसरे पखवाड़े में जबरदस्त लगन है, ऐसे में कारोबारी कीमतों में और उछाल की संभावना जता रहे हैं। होटल और रेस्टोरेंट कारोबारी भी कीमतों पर नजर रखे हुए हैं। उनका कहना है कि कीमतों में उछाल नहीं थमा तो रेस्टोरेंट से लेकर ढाबों पर दाल की कीमतें 10 से 15 फीसदी तक बढ़ सकती हैं।

सप्ताह भर पहले महेवा से लेकर साहबगंज में जो अरहर दाल थोक में 125 से 132 रुपये किलो बिक रही था, वह रविवार को 135 से लेकर 148 रुपये किलो तक बिकी। इस बीच चना दाल की कीमत में भी थोड़ी बढ़ोतरी हुई है। चने की दाल वर्तमान में 75 से 80 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रही है।

चैंबर ऑफ कामर्स के अध्यक्ष संजय सिंघानिया का कहना है कि नई दाल मार्केट में फरवरी और मार्च में आती है। इस बार दाल मार्केट में आने के साथ ही सटोरिये हावी हो गए हैं। दाल की कोई किल्लत नहीं है। जिन राज्यों में मुख्य रूप से इसकी फसल अच्छी हुई है, वहीं पर इसे रोक लिया गया है। इससे अन्य देसी मंडियों में आवक कम हो गई है। सरकार का हस्तक्षेप नहीं हुआ तो कीमतें बेकाबू हो जाएंगी।

मोहद्दीपुर में गल्ला कारोबारी महेश अग्रवाल का कहना है कि सहजनवा और चौरीचौरा क्षेत्र में ही 20 साल पहले तक 100 से अधिक दाल मिलें थीं। लेकिन वर्तमान में ज्यादातर बंद हो चुकी हैं। दक्षिणांचल में पैदा होने वाली दाल से लोकल बाजार में कीमतें काबू में रहती थीं लेकिन अब यहां दाल की फसल काफी कम हो गई है। मई और जून में पहाड़ से नई दाल आएगी, तो कीमतें कुछ कम होंगी। किराना कारोबारी वीरेन्द्र मौर्या का कहना है कि चना दाल की मांग रमजान में बढ़ जाती है। इससे कीमतें बढ़ी हैं। पंजाब और दिल्ली में अरहर के सपोर्ट में मूग और उर्द का दाल भी खपत होती है। लेकिन पूर्वांचल में लोग अरहर की दाल की खाना पसंद करते हैं। इसलिए कीमतें बढ़ रही हैं।

ई-कामर्स प्लेटफार्म पर कीमत 200 के पार
ई-कामर्स प्लेटफार्म पर अरहर के दाल की कीमतें 200 रुपये के पार हैं। कई ब्रांड वाले अरहर दाल की कीमतें 250 रुपये प्रति किलो के पार पहुंच गई है। वहीं लूज दाल की कीमत 170 से लेकर 200 रुपये किलो तक है। रेस्टोरेंट कारोबारी राहुल सिंह का कहना है कि ऐसे ही बढ़ोतरी हुई तो रेस्टोरेंट में दाल की कीमत में 10 से 15 फीसदी की बढ़ोतरी मजबूरी होगी।

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