Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़son took over father guest house forced to live in a rented house dm came into action

बेटे ने पिता का गेस्ट हाउस कब्जाया, किराए के घर में रहने को हुए मजबूर; ऐक्‍शन में आए डीएम 

बेटा बड़ा हुआ और उसके पास कोई रोजगार का साधन नहीं था तो पिता ने गेस्ट हाउस की देखरेख कर कमाने का मौका दिया। जब पिता चलने फिरने में लाचार होने लगे तो बेटे ने पूरा गेस्ट हाउस कब्जा लिया।

Ajay Singh प्रमुख संवाददाता, लखनऊWed, 10 Jan 2024 06:05 AM
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Father and Son: लखनऊ की एलडीए कॉलोनी में रहने वाले एक वृद्ध के साथ धोखा किसी बाहरी व्यक्ति ने नहीं, अपने ही बेटे ने किया। जीवन यापन के लिए पिता ने गेस्ट हाउस बनवाया। जब बेटा बड़ा हुआ और उसके पास कोई रोजगार का साधन नहीं था तो उसी गेस्ट हाउस की देखरेख कर कमाने का मौका दिया। जब पिता चलने फिरने में लाचार होने लगे तो बेटे ने पूरा गेस्ट हाउस कब्जा लिया। डीएम ने पिता को उसका कब्जा दिलाया। वृद्ध एलडीए कॉलोनी के सेक्टर एन में रहते हैं। उन्होंने गेस्ट हाउस सेक्टर बी में बनवाया था। वृद्ध के अनुसार बेटे ने उनके गेस्ट हाउस से उन्हें बेदखल कर दिया। 

घर में वह खाने, पीने यहां तक कि जीवन रक्षक दवाओं के लिए मोहताज हो गए। जब उनको कोई उम्मीद नहीं दिखी तो जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार के जनता दर्शन में फरियाद करने पहुंचे। डीएम ने उनकी शिकायत सुनने के बाद तुरंत ड्राइवर को मौके पर ले चलने का निर्देश दिया। डीएम के आने की सूचना पर सेक्टर बी में स्थानीय पुलिस भी गेस्ट हाउस पहुंच गई। मौके पर पहुंच कर डीएम ने बेटे को समझाया। कहा कि माता पिता हमेशा साथ नहीं रहेंगे। जब तक साथ हैं, तब तक अपने स्तर से पूरी सेवा करनी चाहिए। डीएम ने वृद्ध को उनके गेस्ट हाउस पर कब्जा वापस दिलाया। इसके बाद ही लौटे।

किराए पर रहते हैं वृद्ध
पीड़ित वृद्ध ने बताया कि वह एलडीए कालोनी सेक्टर एन में एक किराए के मकान में रहते हैं। वृद्ध ने बताया कि जिलाधिकारी के सामने तो बेटा बहू मान गए लेकिन उनके जाने के बाद अपना ठिकाना खुद ढूंढने को बोल दिया है। ऐसे में अब वह अपनी पत्नी के साथ कहीं और किराए के मकान में रहने को मजबूर हैं। पर, उन्हें इस बात की भी खुशी है कि डीएम ने उनका गेस्ट हाउस वापस दिला दिया।

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