पबजी खेलने के लती बेटे ने मां-बाप को पीट-पीटकर मार डाला, हत्या के बाद कमरे में कर रहा था आराम
झांसी के पिछोर में शनिवार को दिल दहला देने वाली घटना घटी। 25 वर्षीय बेटे ने मां-बाप की लाठी-डण्डों से पीटकर हत्या कर दी और नहाकर कमरे में चला गया। पुलिस पहुंची तो आरोपित चारपाई पर आराम करता मिला।
Killed Parents for Pubg: झांसी के पिछोर में शनिवार को दिल दहला देने वाली घटना घटी। 25 वर्षीय बेटे ने मां-बाप की लाठी-डण्डों से पीटकर हत्या कर दी और नहाकर कमरे में चला गया। पुलिस पहुंची तो आरोपित चारपाई पर आराम करता मिला। वारदात से मोहल्ले में सनसनी फैल गई। मां और पिता की हत्या करने के बाद भी अंकित के चेहरे पर न तो कोई शिकन थी और न ही वह परेशान था। पुलिस जब उसके पास पहुंची तो वह मुस्कुराता हुआ बोला हां मैने ही उन्हें मारा। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर पुलिस अंकित से पूछताछ कर रही है।
सरकारी स्कूल में प्रधानाध्यापक 58 वर्षीय लक्ष्मी प्रसाद, 55 वर्षीय पत्नी विमला व बेटे अंकित के साथ नवाबाद थाना क्षेत्र के मोहल्ला पिछोर में रहते थे। शनिवार सुबह लक्ष्मीप्रसाद की बेटी नीलम ने पिता को फोन किया। न उठने पर पड़ोसी युवक को जानकारी दी। युवक घर पहुंचा तो हालात देखकर उसकी चीख निकल गई। लक्ष्मी प्रसाद का लहूलुहान शव पड़ा हुआ था जबकि रक्तरंजित विमला कराह रही थीं। सूचना पर आनन-फानन एसएसपी राजेश एस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। विमला को मेडिकल कालेज भेजा गया, लेकिन उन्होंने भी दम तोड़ दिया। पुलिस पहुंची तो लक्ष्मी प्रसाद का बेटा अंकित चारपाई पर आराम करता मिला।
लगातार पबजी खेलने से बिगड़ी मानसिक स्थिति
नीलम ने पुलिस को बताया कि अंकित घंटों तक पबजी (फ्री फायर-पबजी जैसा गेम) खेला करता था। पबजी खेलने को लेकर मां-बाप उसे डांटते थे। कई बार तो वो मारपीट तक कर चुका था। उसकी मानसिक स्थिति बिगड़ती जा रही थी। प्रथमदृष्टया पुलिस भी आरोपित को मानसिक विक्षिप्त मानकर चल रही है।
मां और पिता की हत्या करने के बाद भी अंकित के चेहरे पर न तो कोई शिकन थी और न ही वह परेशान था। पुलिस जब उसके पास पहुंची तो वह मुस्कुराता हुआ बोला हां मैने ही उन्हें मारा। नवाबाद थाना प्रभारी सुधाकर मिश्रा कहते हैं कि हत्या के बाद जब पुलिस मकान के अंदर दाखिल हुई तो दम्पत्ति का बेटा घर के अंदर ही मौजूद मिला। कमरे में आराम से बैठा था, मानों कुछ हुआ ही नही है। पूछताछ करने पर भी उसके चेहरे पर न खौफ दिखा और न ही मां-बाप की मौत का अफसोस। लगातार सवालों पर आरोपित अंकित ने हल्की सी मुस्कान के साथ सुकून भरी आवाज में कहा कि हां मैने ही दोनों को मारा है।
मां-बाप को लहूलुहान करने के बाद आराम करने लगा आरोपी
यह सुनकर विश्वास नहीं हुआ तो उससे पूछा कि क्यों मारा और कैसे? बोला मार दिया। पुलिस ने छानबीन में पाया कि अंकित ने मां-बाप को लहूलुहान करने के बाद कपड़े बदले और फिर आराम से ऊपर वाले कमरे में जाकर आराम करने लगा। बहन बोली, घंटों मोबाइल चलाने पर होता था विवाद लक्ष्मी प्रसाद पलरा के सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल थे। बेटा अंकित (26) साथ रहता था।वह घर पर ही मोबाइल रिपेयरिंग का काम भी करता था। जबकि तीन बेटियों में बड़ी बेटी नीलम और सुंदरी की शादी हो चुकी है। नीलम का ससुराल पड़ोस की कॉलोनी में है। छोटी बेटी शिवानी उरई में रहकर पढ़ाई कर रही है।
नीलम कहती है कि उसकी शादी पिता लक्ष्मी प्रसाद ने पास में स्थित मोहल्ले में की है। उसकी पिता से अक्सर फोन पर बात होती थी। वह अंकित की हरकतों से परेशान थे। घंटों मोबाइल पर बिजी रहने से अक्सर उसका मां-बाप से विवाद होता था। कई बार इसको लेकर मारपीट तक की नौबत आ जाती थी। लाख समझाने के बाद भी अंकित का बर्ताव दिनों-दिन खराब होता गया।
हरकतें सामान्य नहीं
सीओ सिटी राजेश राय कहते हैं कि पूछताछ चल रही है, अभी तो मृतक के बेटे ने कहा कि उसने ही हत्या की है। एकलौता बेटा होने के कारण उसकी हरकतें आमतौर पर सामान्य नहीं है। उसने मां-बाप को क्यों मारा है, इसकी छानबीन की जा रही है। पड़ोसियों से भी जानकारी जुटायी गई है।