भाई को ढूंढने शिलांग से गोंडा पहुंची बहन
कहते हैं कि कुछ अगर ठान लीजिए तो मुश्किलें भी आसान लगने लगती हैं। रविवार को यहां कुछ ऐसा ही देखने को मिला जब मेघालय के शिलांग से एक युवती अपने गुमशुदा भाई को ढूंढने के लिए गोंडा तक पहुंच गई। शिलांग...
कहते हैं कि कुछ अगर ठान लीजिए तो मुश्किलें भी आसान लगने लगती हैं। रविवार को यहां कुछ ऐसा ही देखने को मिला जब मेघालय के शिलांग से एक युवती अपने गुमशुदा भाई को ढूंढने के लिए गोंडा तक पहुंच गई।
शिलांग के पंजाबी लाइन निवासी नीता मसीह रविवार की सुबह अपने गुमशुदा भाई जॉन मसीह को खोजने गोंडा आरपीएफ थाने पहुंच गई। नीता ने बताया कि जॉन 15 अक्टूबर को गुवाहाटी से अंबाला के लिए ट्रेन नंबर 15903 डिब्रूगढ़-चंडीगढ़ एक्सप्रेस अपने रिश्तेदार के साथ निकला था। गोरखपुर तक वह ट्रेन में अपने रिश्तेदार के साथ ही था। इसके सब सो गये।
लखनऊ में जब रिश्तेदार की नींद खुली तो जॉन ट्रेन से गायब था। उन्होंने इधर-उधर ढूंढा लेकिन वह नहीं मिला। फिर परिजनों को सूचना दी गयी। तभी से बहन नीता मसीह अपने पिता बचन मसीह के साथ भाई को ढूंढने के लिए निकल पड़ी। रविवार को गोंडा पहुंचने पर पता चला कि जॉन को गोरखपुर से गोंडा के बीच देखा गया है।
परिवार की मदद में जुटी आरपीएफ
गोंडा पहुंचे पीड़ित परिवार की मदद के लिए यहां की आरपीएफ जुट गयी। आरपीएफ इंचार्ज एमके खान ने बताया कि गोरखपुर और लखनऊ के साथ ट्रेन के रूट पर पड़ने वाले सभी स्टेशनों पर संपर्क साधा जा रहा है। टीम को लगाया गया है। परिवार का हर संभव मदद का प्रयास किया जा रहा है।