पीएम आवास योजना को लेकर 64 हजार पात्रों को झटका, नहीं मिल पाएगा मकान, जानें क्यों
शहरों में जमीन की कमी की वजह से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनने वाले 64335 मकान नहीं बनाए जाएंगे। अब इन मकानों को निरस्त करने का अनुरोध किया गया है।
प्रधानमंत्री आवास योजना में शहरों में मकान की चाहत रखने वाले पात्रों के लिए यह खबर झटका देने वाली है। शहरों में जमीन की कमी की वजह से इस योजना में 64335 मकान नहीं बनाए जाएंगे। विकास प्राधिकरणों से मिले प्रस्ताव को नगरीय विकास अभिकरण (सूडा) को भेजते हुए लक्ष्य के मुताबिक इन मकानों को निरस्त करने का अनुरोध किया गया है।
केंद्र सरकार ने लोगों की आवासीय जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत की है। इस योजना में ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वालों को उनके पास जमीन होने पर डेढ़ लाख रुपये मकान बनाने के लिए दिया जाता है। शहरी क्षेत्रों में डेढ़ लाख रुपये केंद्र और एक लाख रुपये राज्य सरकार की ओर से दिया जाता है। इस हिसाब से कुल मकान की कीमत में ढाई लाख रुपये पात्रों को अनुदान के रूप में छूट दे दिया जाता है।
आवास विभाग ने विकास प्राधिकरणों और आवास विकास परिषद को 132208 मकन बनाने का लक्ष्य दिया गया। इसके अंतर्गत कुल 153 परियोजनाओं को शासन स्तर पर स्वीकृत किया गया। बड़े विकास प्राधिकरणों को अधिक और छोटों को कम मकान बनाने का लक्ष्य दिया गया। इसके लिए जमीन चिह्नित करते हुए मकान बनाने का निर्देश विकास प्राधिकरणों को दिए गए।
कुल लक्ष्य के आधार पर विकास प्राधिकरणों में 70 परियोजनाओं में मकान बनाए जा रहे हैं। इसके अंतर्गत 24486 भवन पूरी तरह से बन चुके हैं। शेष 27681 मकान निर्माणाधीन है। इसके अलावा 11 परियोजनाएं आंशकि रूप से शुरू हुई हैं। इसके अंतर्गत 560 मकान बन चुके हैं और 3118 विभिन्न स्तरों पर प्रक्रियाधीन हैं। 6318 मकान अभी बनने शुरू नहीं हो पाए हैं। इस प्रकार से कुल 25046 मकान बन चुके हैं और शेष 64335 मकान नहीं बन पाएंगे। निर्माणाीन मकानों में 5488 मकानों पर पात्रों को कब्जा दिया जा चुका है।