शिक्षामित्रों के लिए बड़ी खुशखबरी, जानें मानदेय को लेकर विधान परिषद में क्या बोले बेसिक शिक्षा मंत्री
प्राइमरी स्कूलों में तैनात शिक्षामित्रों के लिए खुशखबरी है। बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह ने विधान परिषद में आश्वासन दिया कि शिक्षा मित्रों के मानदेय में वृद्धि के मामले में सरकार विचार करेगी।
Shiksha Mitras Honorarium will be increased: बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह ने शुक्रवार को विधान परिषद में आश्वासन दिया कि शिक्षा मित्रों के मानदेय में वृद्धि के मामले में सरकार विचार करेगी। यह भी कहा कि इस मामले में जो भी निर्णय लिये जाएंगे उससे सदन को अवगत करा दिया जाएगा। बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री सपा के डा. मान सिंह यादव द्वारा शिक्षा मित्रों के मानदेय में वृद्धि से जुड़े सवाल का जवाब दे रहे थे।
डा. मानसिंह यादव ने पूछा था कि शिक्षा मित्रों के मानदेय के मामले में वर्ष 2018 में हाई पावर कमेटी बनाई गई थी, उस कमेटी का आजतक कोई अता पता नहीं है। उसका क्या हुआ? उन्होंने कहा कि इस सरकार के कार्यकाल में मानदेय की राशि 10 हजार रुपये कर दिया गया जबकि सपा सरकार में समान कार्य के लिए समान वेतन के आधार पर सहायक शिक्षक के बराबर शिक्षा मित्रों का मानदेय 40 हजार रुपये कर दिया गया था। इस पर मंत्री ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 15 हजार शिक्षा मित्रों को छोड़कर शेष को रिवर्ट कर दिया जिससे मानदेय पुरानी स्थित में पहुंच गया।
सेवानिवृत्ति के एक माह में शिक्षकों को जीपीएफ भुगतान
संस्कृत महाविद्यालयों से सेवानिवृत होने वाले शिक्षकों के जीपीएफ का एक माह के भीतर भुगतान होगा। विधान परिषद में सभापति मानवेन्द्र सिंह ने शुक्रवार को प्रश्नकाल में इससे जुड़े एक सवाल के जवाब के दौरान यह निर्देश दिए। शिक्षक दल के ध्रुव कुमार त्रिपाठी ने संस्कृत महाविद्यालयों से सेवानिवृत होने वाले शिक्षकों और कर्मचारियों को उनके जीपीएफ की छनराशि का अन्तिम भुगतान नहीं किए जाने का मुद्दा उठाया था।