शिक्षामित्र 60 वर्ष की आयु पूरी होते ही स्वतः रिटायर, लखनऊ सम्मेलन से पहले अहम फैसला
लखनऊ में 20 फरवरी को सिक्षामित्रों के होने वाले सम्मेलन से पहले अहम निर्णय आया है। प्राथमिक विद्यालयों में संविदा पर कार्यरत शिक्षा मित्र की सेवाएं उनके 60 वर्ष की आयु पूरी होते ही स्वतः समाप्त होगी।
लखनऊ में 20 फरवरी को सिक्षामित्रों के होने वाले सम्मेलन से पहले अहम निर्णय आया है। प्रदेश में शिक्षा मित्र योजना के तहत प्राथमिक विद्यालयों में संविदा पर कार्यरत शिक्षा मित्र की सेवाएं उनके 60 वर्ष की आयु पूरा होते ही स्वत: समाप्त मानी जाएगी।
इस सम्बन्ध में बेसिक शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव दीपक कुमार ने एक आदेश भी जारी कर दिया है। आदेश में कहा गया है कि शिक्षामित्र योजना के तहत प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षा मित्रों की संविदा आधारित सेवायें उनके 60 वर्ष की आयु प्राप्त करने के दिनांक को स्वत: समाप्त माने जाने का निर्णय लिया गया है।
गौरतलब है कि परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षामित्रों ने आगामी 20 फरवरी को लखनऊ में आयोजित होने वाले शैक्षिक उन्नयन संगोष्ठी व शिक्षामित्र महासम्मेलन का आयोजन किया है। इसे लेकर हर जिले में तैयारियां चल रही हैं। हर ब्लाक से एक बस लखनऊ पहुंचने की बातें कहीं जा रही हैं।
लखनऊ के आसपास के जिलों से तो शिक्षमित्रों के परिवार समेत पहुंचने की संभावना है। बीते 22 वर्षो से बेसिक शिक्षा विभाग में अपनी सेवा देते आ रहे शिक्षामित्र समय समय पर नियमतीकरण, मानदेय बढ़ोत्तरी व विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलित रहे हैं।
12 जनवरी को शिक्षामित्रों ने लखनऊ में स्वाभिमान बचाओ रैली आयोजित कर सरकार से समन्वयवादी नीति अपनाने के संकेत दे दिए थे। 20 फरवरी को लखनऊ के रमाबाई अंबेडकर मैदान में शिक्षामित्रों के समस्त संघों का महासम्मेलन आयोजित हो रहा है।
इसमें अपनी एकजुटता व चट्टानी ताकत का एहसास कराने की शिक्षामित्रों ने तैयारी की है। शिक्षामित्रों का कहना है कि अल्प मानदेय में कार्य कर रहे शिक्षामित्रों को अपने हक को हासिल करने के लिए 20 को लखनऊ कूच करना है।