शंकराचार्य ने धर्म सेंसर बोर्ड की गाइडलाइन जारी की, बताया कैसे काम करेगा
शाहरुख खान की फिल्म पठान पर उठे बवंडर और हिंदूवादी संगठनों के विरोध के बीच ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने धर्म सेंसर बोर्ड बना दिया। इसकी गाइड लाइन भी गुरुवार को जारी कर दी गई।
शाहरुख खान की फिल्म पठान पर उठे बवंडर और हिंदूवादी संगठनों के विरोध के बीच ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने धर्म सेंसर बोर्ड बना दिया। इसकी गाइड लाइन भी गुरुवार को जारी कर दी गई। शंकराचार्य ने प्रयागराज में माघ मेला शिविर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि यह बोर्ड सेंसर बोर्ड का विरोधी नहीं, उसका पूरक होगा। जैसे छलनी से कुछ छानने के बाद और पतली छलनी से दूसरी बार छाना जाता है उसी प्रकार नया बोर्ड भी काम करेगा जिससे अश्लीलता पूरी तरह से बंद हो।
इस धर्म सेंसर बोर्ड में अलग-अलग क्षेत्र के लोगों को रखा गया है। इसमें सुरेश मनचंदा प्रमुख होंगे, सुरेश मीडिया क्षेत्र से हैं। वहीं सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता डॉ. पीएन मिश्र, सनातन धर्म से स्वामी चक्रपाणि, अभिनेत्री मानसी पांडेय, उत्तर प्रदेश फिल्म विकास परिषद के उपाध्यक्ष तरुण राठी, सामाजिक विषयों के विशेषज्ञ कैप्टन अरविंद सिंह भदौरिया, संस्कृत मर्मज्ञ प्रीति शुक्ला, सनातन धर्म विशेषज्ञ डॉ. गार्गी पंडित, पूर्व निदेशक एएसआई डॉ. धर्मवीर इस बोर्ड के सदस्य होंगे।
ये हैं उद्देश्य
शंकराचार्य ने बताया कि इस सेंसर को गठित करने का उद्देश्य है कि किसी भी फिल्म या चलचित्र में ऐसे दृश्य नहीं होने दिया जाना चाहिए जो सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति पर संदेह या अनादर करता हो। दृश्य धर्म, संस्कृति व समाज के मूल्यों और मानकों के प्रति उत्तरदायी और संवेदनशील होने चाहिए। धर्म या संस्कृति का उपहास न हो।
ऐसे करेंगे काम
शंकराचार्य ने बताया कि इस बोर्ड के सदस्य ऐसे दृश्यों के बारे में निर्माताओं को टोकेंगे, फिर विरोध करेंगे और अगर जरूरत पड़ी तो फिर कोर्ट में जाएंगे, लेकिन ऐसे दृश्यों का प्रसारण अब नहीं होने दिया जाएगा।