पाकिस्तान की जेल में बंद शामली का परिवार आज लौटेगा भारत, अफसरों की टीम पहुंची बाघा बार्डर
उत्तर प्रदेश के शामली शहर के मोहल्ला नौकुआं रोड निवासी नफीस अपनी पत्नी एवं बेटे के साथ वर्ष 2022 से पाकिस्तान की जेल में बंद था। उसे किसी मामले में वहां गिरफ्तार कर लिया गया था।
शामली शहर के मोहल्ला नौकुआं रोड निवासी नफीस अपनी पत्नी एवं बेटे के साथ वर्ष 2022 से पाकिस्तान की जेल में बंद था। उसे किसी मामले में वहां गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन आरोप सिद्ध नहीं होने पर शनिवार को जेल से रिहा कर दिया गया। उधर, सूचना के बाद नायब तहसीलदार के नेतृत्व में पुलिस प्रशासनिक अफसरों की टीम अमृतसर के बाघा बार्डर से तीनों लोगों को लेने के लिए रवाना हो गई है। बताया जाता है कि रविवार को उन्हें भारत की सीमा पर छोड़ा जाएगा। इसके बाद टीम उन्हें लेकर शामली पहुंचेगी।
शामली शहर के मोहल्ला नौकुआं रोड निवासी 70 वर्षीय नफीस, उनकी पत्नी आमना और पुत्र कलीम 23 जुलाई 2022 को पाकिस्तान में रहने वाले रिश्तेदारी में गया था। वहां पर नफीस को परिवार सहित किसी मामले में पकड़ कर पाकिस्तान की जेल में बंद कर दिया गया था। तब से वह पाकिस्तान की जेल में बंद थे। शनिवार को शामली पुलिस को नफीस के पाकिस्तान जेल से रिहा होने की जानकारी मिल पाई। उसके बाद डीएम रविन्द्र सिंह एवं एसपी अभिषेक के निर्देश पर ऊन तहसील के नायब तहसीलदार सचिन वर्मा और शहर कोतवाली से उप निरीक्षक आकाश की टीम पंजाब के अमृतसर में बाघा बार्डर से उन्हें लेने के लिए रवाना किया गया। हालांकि वह पाकिस्तान की किस जेल में और किस मामले में बंद थे, इसकी जानकारी अभी नहीं मिल सकी है।
शामली कोतवाली में अपराधिक रिकार्ड नहीं
शामली कोतवाली पुलिस का कहना है कि नफीस, उसकी पत्नी व बेटे के खिलाफ शहर कोतवाली में कोई अपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं है। नफीस के चार अन्य बेटे शामली में ही रह रहे हैं। कोई आढ़ती का तो कोई अन्य कारोबार से जुड़ा हुआ है।
एसपी शामली अभिषेक ने बताया कि शामली के तीन लोगों के पाकिस्तान से जेल से रिहा होने का मामला जानकारी में आया है, लेकिन अधिकारिक तौर पर अभी ज्यादा जानकारी नहीं मिली है। प्रशासन के पास ही इस संबंध में सूचना आई है। तीनों सदस्यों को रविवार सुबह दस बजे उनके सुपुर्द करने की जानकारी दी गई है।