यूपी के दो जिलों में कल बंद रहेंगे आठवीं तक के स्कूल, इस जिले में 13 जुलाई तक की छुट्टी, डीएम ने जारी किया आदेश
बारिश के चलते यूपी की नदियां इन दिनों उफान पर हैं। नदियों में पानी भर जाने के कारण आसपास के गांव उसके चपेट में आ गए हैं। बाढ़ के चलते कई रास्ते भी पूरी तरह से टूट गए हैं जो बचे हैं वह पूरी तरह...
बारिश के चलते यूपी की नदियां इन दिनों उफान पर हैं। नदियों में पानी भर जाने के कारण आसपास के गांव उसके चपेट में आ गए हैं। बाढ़ के चलते कई रास्ते भी पूरी तरह से टूट गए हैं जो बचे हैं वह पूरी तरह से जलमग्न हैं। बाढ़ का पानी कई स्कूलों में भी घुस गया है। जिसके चलते डीएम ने आठवीं तक के स्कूलों की छुट्टी बढ़ा दी है। 11 जुलाई को पीलीभीत में लगातार चौथे दिन स्कूल की छुट्टी की घोषणा की गई है। इसके अलावा शाहजहांपुर में 13 जुलाई तक आठवीं तक के परिषदीय स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया गया है। डीएम के निर्देश के बाद बीएसए ने सभी स्कूलों को आदेश जारी कर दिया है। डीएम ने अपने आदेश में कहा है कि बाढ़ को देखते हुए 11 से 13 जुलाई तक परिषदीय स्कूलों में अवकाश रहेगा। दरअसल शाहजहांपुर जिले की गर्रा और खन्नौत नदी में बाढ़ आने के कारण विद्यालयों में जलभराव की समस्या हो गई है, जिसके चलते आठवीं तक स्कूलों को बंद रखने का आदेश जारी किया गया है।
खतरे के निशान से 5 सेमी ऊपर पहुंचा गर्रा नदी
शाहजहांपुर जिला प्रशासन की ओर से बुधवार को जनपद में बाढ़ की स्थिति को लेकर जारी की गई रिपोर्ट में बताया गया है कि तहसील सदर के अन्तर्गत बांधों से छोड़े जा रहे पानी से खन्नौत नदी व गर्रा नदी के प्रभावित होने वाले क्षेत्रों का निरन्तर भ्रमण किया जा रहा है। जिसमें नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। गर्रा एवं खन्नौत नदी के किनारे स्थित कुछ मकानों में बाढ का पानी भर गया है। जलमग्न परिवारों के लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है। जिनमें मोहल्ला सुभाषनगर से 35 परिवार (176 व्यक्ति) मोहल्ला हयातपुरा 12 परिवार (52 व्यक्ति), मोहल्ला ख्वाजा फिरोज से 20 परिवार (105 व्यक्ति), लोधीपुर से 15 परिवार (72 व्यक्ति), अक्षरधाम कालोनी से 12 परिवार (62 व्यक्ति), लोक बिहार कालोनी से 10 परिवार (52 व्यक्ति) अर्थात कुल 519 व्यक्ति को राहत शरणालय बचपन पब्लिक स्कूल सुभाषनगर, तक्षशिला विद्यालय, गुरुनानक विद्यालय, गन्ना शोध संस्थान में पहुंचाया गया है। जहां पर समस्त अधिकारियों को ड्यूटी लगा दी गयी है। सभी को आश्रय स्थल पर रहने के लिए बिस्तर व भोजन के लंच पैकेट एवं पीने का पानी, दवा आदि वितरित की जा रही है। तहसील के शेष ग्रामों में आबादी बाढ से प्रभावित नहीं है। बाढ प्रभावित क्षेत्र में दस प्राइवेट नावें तथा जिला प्रशासन के निजी अनुरोध पर 21 बटालियन मद्रास रेजीमेंट सेना की 2 मोटर बोट लगायी है तथा 1 पीएसी टीम सहित 1 मोटर बोट जलमग्न स्थल से 750 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
एडीएम वित्त ने बताया कि क्षजिसमें कुछ लोग रिश्तेदारों में तथा कुछ पैतृक मकानों में चले गये तथा शेष को राहत शरणालय में सुरक्षित विस्थापित करा लिया गया है। जहाँ जल-पान आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करा दी गयी है। तहसील तिलहर के अंन्तर्गत बाढ से निपटने को फर्रुखाबाद से दो नावे मगवां ली गयी है। तहसील के ग्राम जगत में 1 परिवार तथा ग्राम नवादा दरोवस्त के 3 परिवार के सदस्यो को सुरक्षित स्थान पर विस्थापित कर दिया गया है। ग्राम विक्रमपुर चकौरा, वराह मोहव्वतपुर, भुन्डा हरवंशपुर, जिकीपुर, बमिहाना, रटा, रटी तथा अजमतपुर के रास्ते पर पानी भर गया है, जहाँ पर नाव की आवश्यकता है वहां पर नाव का प्रबन्ध कर लिया गया है। बाढ से कोई जन या पशु हानि नही होने की बात सामने आई है। तहसील जलालाबाद के अन्तर्गत राजस्व ग्राम खण्डहर, शेरपुर चुरघुटी में बहगुल, नदी में बाढ़ का पानी बढ़ रहा है। राजस्व ग्राम जेरा रहीमपुर, कसारी, अल्हादादपुर बैहारी, निजामपुर नगरिया में रामगंगा का जलस्तर बढ रहा है। उपरोक्त ग्रामों में भी कोई जन एवं पशु आदि प्रभावित नहीं है। बाढ़ से बचाव के लिए तहसील जलालाबाद अन्तर्गत कुल 13 बाढ चौकियां संचालित हैं। बाढ़ चौकियों पर फर्सट एड की सामग्री उपलब्ध है। नाव की व्यवस्था तहसील स्तर पर कर दी गई है।
वर्तमान में रामगंगा एवं बहगुल नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। तहसील कलान के अंतर्गत आने वाली गंगा व रामगंगा नदी खतरे के निशान से नीचें बह रही है। अधिकारियों द्वारा निचलें स्थानों व प्रभावित क्षेत्रों का लगातार भ्रमण किया जा रहा है और प्रभावित क्षेत्र की समस्त बाढ़ चौकियों को एक्टिव कर दिया गया है। तहसीलों के पास पर्याप्त नावें व बचाव संबंधी आवश्यक उपकरण उपलब्ध है। वर्तमान में बाढ़ जैसी कोई स्थिति नहीं है। तहसील पुवायां के अंतर्गत आने वाली नदी गोमती व खन्नौत नदी खतरे के निशान से नीचें बह रही है। निचलें स्थानों व प्रभावित क्षेत्रों का लगातार भ्रमण किया जा रहा है और प्रभावित क्षेत्र की समस्त बाढ़ चौकियों को एक्टिव कर दिया गया है। बाढ़ बचाव हेतु पर्याप्त नावें व बचाव संबंधी आवश्यक उपकरण उपलब्ध है। पुवायां निगोही मार्ग पर खन्नौत नदी के मार्ग पर पानी नही चल रहा है। वाहनों का आवगमन शुरू हो गया है। वर्तमान में बाढ़ जैसी कोई स्थिति नहीं है।
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