छात्रवृत्ति घोटाला: 3 मैनेजर, असिसटेंट रजिस्ट्रार और एकाउंटेंट एसआईटी के सवालों में फंसे
Scholarship scam: सोमवार को तीन कालेजों के प्रबन्धक और एक कालेज के असिसटेंट रजिस्ट्रार व एकाउंटेंट बयान देने एसआईटी के सामने पहुंचे। एसआईटी के सवालों में फंस गए।
Scholarship scam: छात्रवृत्ति घोटाले में एसआईटी की सख्ती का असर दिखा। सोमवार को तीन कालेजों के प्रबन्धक और एक कालेज के असिसटेंट रजिस्ट्रार व एकाउंटेंट बयान देने एसआईटी के सामने पहुंचे। एसआईटी ने दो घंटे में 30 से ज्यादा सवाल इन लोगों से पूछे। इनमें कई सवालों में ये लोग फंसे तो कई सवालों का गोलमोल जवाब दिया। एसआईटी सूत्रों का कहना है कि इन लोगों ने कोविड की वजह से परीक्षायें न कराये जाने की बात भी कही। इस बारे में कुछ और साक्ष्य इन लोगों से मांगे गये हैं।
इस घोटाले में 30 मार्च को हजरतगंज कोतवाली में एसएसआई दया शंकर द्विवेदी ने मुकदमा दर्ज कराया था। इसकी जांच जेसीपी कानून-व्यवस्था उपेन्द्र कुमार अग्रवाल के नेतृत्व में एसआईटी कर रही है। विवेचक इंस्पेक्टर दिलीप सिंह ने 30 अक्तूबर को एसएस इंस्टीटयूट ऑफ मैनेजमेंट के चेयरमैन प्रवीण चौहान, हरदोई के आरपीपी इंटर कालेज की प्रबन्धक पूनम वर्मा, हरदोई स्थित ज्ञानवती इंटर कालेज के विवेक पटेल और फर्रुखाबाद स्थित डॉ. ओम प्रकाश ग्रुप ऑफ इंस्टीटयूशन के चेयरमैन शिवम गुप्ता को नोटिस भेजा था।
तीन प्रबधक समेत पांच लोगों के बयान हुए
नोटिस पाने वालों में शामिल विवेक पटेल, शिवम गुप्ता, पूनम वर्मा और एसएस इंस्टीटयूट के असिसटेंट रजिस्ट्रार राकेश मिश्र व एकाउटेंट दीपू गुप्ता सोमवार शाम को जेसीपी मुख्यालय स्थित एसआईटी के दफ्तर पहुंचे। एसएस इंस्टीटयूट के प्रबन्धक प्रवीण चौहान नहीं पहुंचे थे। इन पांच लोगों से तीन सदस्यीय एसआईटी ने पूछताछ की। फिर जेसीपी उपेन्द्र अग्रवाल ने भी इन लोगों से घोटाले से जुड़े कई साक्ष्यों के आधार पर सवाल जवाब किये।
कोविड काल में परीक्षा नहीं होने की बात कही
जेसीपी ने जब कहा कि जिन दिव्यांग छात्रों का प्रवेश दिखाया गया, उनकी परीक्षा क्यों नहीं ली गई...अगर परीक्षा हुई तो उनकी कापियां कहां है...। इस पर प्रबन्धकों ने यह कहकर बचाव किया कि कोविड काल की वजह से दो साल परीक्षा ही नहीं हुई थी। इस जवाब से एसआईटी संतुष्ट नहीं हुई।
छह लोग जेल में
एसआईटी ने 16 अगस्त को विवेक, यशवंत कनौजिया व पूनम वर्मा के भाई अभिनव को गिरफ्तार किया था। ईडी ने हाइजिया समूह के संचालक इजहार हुसैन जाफरी, अली अब्बास जाफरी और रवि प्रकाश गुप्ता को जेल भेजा था। ये छह लोग जेल में है। इन पर वर्ष 2015-16 से 2022-23 तक छात्रवृत्ति हड़पने का आरोप है।