Lucknow Shootout: हादसे के बाद नजरबंद सा कर दिया गया था सना को
हत्या की चश्मदीद सना पुलिस की थ्योरी की बखिया न उधड़े दे, इसलिए सना पर पहरा बैठा दिया गया था। आधा दर्जन महिला सिपाही सना के साथ साये की तरह मौजूद रहीं। किसी अन्जान शख्स से बात करने की उसे इजाजत न...
हत्या की चश्मदीद सना पुलिस की थ्योरी की बखिया न उधड़े दे, इसलिए सना पर पहरा बैठा दिया गया था। आधा दर्जन महिला सिपाही सना के साथ साये की तरह मौजूद रहीं। किसी अन्जान शख्स से बात करने की उसे इजाजत न थी।
विवेक को अस्पताल ले जाते समय पुलिस के साथ सना भी वहां गई थी। यहां कुछ देर बाद ही विवेक के घर वाले भी आ गये थे। इस बीच ही पुलिस ने सना को वहां से हटाकर कैसरबाग कोतवाली भेज दिया। वह विवेक के बारे में पूछती रही लेकिन उसे ठीक से कुछ नहीं बताया जा रहा था। यहां कुछ देर बाद उसे महिला सिपाहियों ने अपनी सुरक्षा में ले लिया। उसे जीप में बैठा कर गोमतीनगर थाने लाया गया। यहां सब उससे पूछने लगे तो वह घटना के बारे में बताते हुये बिलखने लगी। हालात को भांपते हुए पुलिस अधिकारियों ने सना को विनयखण्ड स्थित उसके घर भेज दिया। भूपेन्द्र के मकान में किराए पर रहने वाली सना के साथ पुलिस वालों को देख मोहल्ले वाले भी सन्न रह गए। महिला सिपाही सना को लेकर मकान में दाखिल हुईं। वहीं, बाहर पुलिस कर्मी पहरे पर थे। जिसने भी मकान के करीब जाने का प्रयास किया। उसे खदेड़ दिया गया।
आपको बता दें कि शुक्रवार देर रात लखनऊ के गोमती नगर में मकदूमपुर पुलिस चौकी के पास दो सिपाहियों ने एसयूवी में सवार ‘ऐपल’ के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी को गोली मार दी थी। गोली लगते ही विवेक की मौके पर ही मौत हो गई थी। यह देखते ही दोनों आरोपी सिपाही मौके से भाग निकले। दूसरे पुलिसकर्मियों ने विवेक को अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस हादसे के बाद एडीजी आनन्द कुमार ने बताया कि यह हत्या का मामला है। गोली चलाने वाले सिपाही प्रशांत चौधरी और उसके साथी सिपाही संदीप कुमार को बर्खास्त कर दिया गया है। दोनों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर किया है। मामले की जांचके लिए एसआईटी का गठन का कर दिया गया है। इस बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में कहा कि यह एनकाउंटर नहीं है। प्रथम दृष्टया दोषी गिरफ्तार हो गए हैं। जरूरत पड़ी तो सीबीआई जांच भी कराएंगे।