एकतरफा प्यार में हुई सैफई की मेडिकल छात्रा की हत्या, पड़ोसी हॉस्टल से बुलाकर ले गया, पेचकस से मार डाला
इटावा में सैफई मेडिकल कॉलेज की छात्रा की हत्या का पुलिस ने 24 घंटे में खुलासा कर दिया है। एकतरफा प्यार में छात्रा की हत्या उसके ही पड़ोसी ने किया है। छात्रा को हॉस्टल से बुलाकर गाड़ी में ले गया था।
इटावा के सैफई स्थित उप्र आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के पैरामेडिकल कॉलेज की एएनएम छात्रा का कातिल उसका पड़ोसी निकला। एकतरफा प्यार में वारदात को अंजाम दिया गया। पुलिस ने हत्यारोपी युवक को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया है। उधर, घटना से आक्रोशित मृतका के साथी छात्रों ने देर रात चार घंटे तक इमरजेंसी सेवा ठप रखी। शुक्रवार सुबह भी दो घंटे यूनिवर्सिटी में हंगामा हुआ। एएनएम फर्स्ट ईयर की छात्रा 18 वर्षीय प्रिया मिश्रा औरैया के कुदरकोट की रहने वाली थी। वह विश्वविद्यालय हॉस्टल के सात नंबर कमरे में रहती थी। गुरुवार शाम सात बजे पुलिस को उसकी रक्तरंजित लाश वैदपुरा में सोनई नहर पुल के पास मिली थी।
छात्रा की मां ने देर रात पड़ोसी महेंद्र बाथम, उसके भाई अरविंद और उसके चाचा के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज कराई थी। इटावा और औरैया एसओजी ने संयुक्त ऑपरेशन चलाकर शुक्रवार तड़के महेंद्र को धर-दबोचा। पूछताछ में पता चला कि वारदात के बाद उसने तमंचा कहीं छिपा दिया। उसे बरामद कराने गई पुलिस पर उसने तमंचा उठाते ही फायर कर दिया और भागने लगा। जवाब में पुलिस ने भी गोली चलाई जो उसके पैर में लगी और वह घायल होकर गिर पड़ा।
एसएसपी संजय वर्मा के मुताबिक महेंद्र ने पूछताछ में एकतरफा प्रेम की बात स्वीकार की है। वह शादीशुदा है और उसके पांच साल का बेटा भी है। वह प्रिया को आएदिन परेशान करता था, जिसका वह विरोध करती थी। गुरुवार को बहाने से उसे हॉस्टल के बाहर बुलाया और गाड़ी में बैठाकर ले गया था। प्रिया से विरोध किया तो गुस्से में आकर पेचकस से उसका कत्ल कर दिया। एसएसपी ने कहा कि हत्यारोपी के खिलाफ रासुका की कार्रवाई की जाएगी।
अखिलेश यादव ने सरकार पर साधा निशाना
इटावा में वारदात की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में छात्र सड़क पर उतर गए थे। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इसका वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर एक्स पर पोस्ट करते हुए भाजपा सरकार पर निशाना साधा। अखिलेश ने लिखा कि सैफई यूनिवर्सिटी में संदिग्ध परिस्थितियों में हुई छात्रा की मौत अत्यंत गंभीर विषय है। ये है उप्र में भाजपा के समय अपराध के ख़िलाफ़ ज़ीरो टॉलरेंस की घोषित नीति के ज़ीरो हो जाने का एक और बेहद दुखद उदाहरण। इस कथित हत्या की न्यायिक जाँच हो, जिससे बीएचयू और सैफई विवि जैसी घटनाओं में लिप्त लोगों का सच सामने आ सके और सरकार चाहकर भी उनको न बचा सके। भाजपा सरकार नारी का न मान बचा पा रही है, न उसकी जान।