RO-ARO भर्ती पेपर लीक: 'फिर नहीं मिलेगा इतना कमाने का मौका', मास्टरमाइंड ने साथियों को दिखाया था अरबों का सपना
RO-ARO भर्ती पेपर लीक के मुख्य मास्टरमाइन्ड राजीव नयन ने कहा था कि इससे बड़ा मौका इतनी ज्यादा रकम कमाने का नहीं मिलेगा। आरओ भर्ती परीक्षा में रिकॉर्ड एक लाख 69 हजार 725 अभ्यर्थी ने आवेदन
RO-ARO Recruitment Paper Leak Case: आरओ/एआरओ भर्ती व सिपाही भर्ती परीक्षा का पर्चा लीक कराकर गिरोह ने अरबों रुपये कमाने का सपना देखा था। मुख्य मास्टरमाइन्ड राजीव नयन ने रवि अत्री, सुभाष प्रकाश और डॉ. शरद से कहा था कि इससे बड़ा मौका इतनी ज्यादा रकम कमाने का नहीं मिलेगा। आरओ भर्ती परीक्षा में रिकॉर्ड एक लाख 69 हजार 725 अभ्यर्थी ने आवेदन कर रखा है। लिहाजा पर्चा लीक कराने में कोई चूक न हो। चारों आरोपितों ने सारे सम्पर्क इस्तेमाल कर चार-चार जगह से पर्चा लीक कराने की सेटिंग कर ली थी। रविवार को प्रयागराज में पकड़े गए छह आरोपितों में शामिल मास्टरमाइन्ड सुभाष प्रकाश ने एसटीएफ के सामने यह चौंकाने वाली जानकारी दी है।
लखनऊ, भोपाल और प्रयागराज में सेटिंग वाले परीक्षा केन्द्र व प्रिंटिग प्रेस का खुलासा हो चुका है। सुभाष के बयान के बाद अब एसटीएफ चौथे स्थान के बारे में पता करने में जुट गई है। राजीव, सुभाष, रवि व डॉ. शरद पहले भी पर्चा लीक कराने में शामिल रहे हैं।
सुभाष प्रकाश से सबसे ज्यादा पूछताछ हुई
एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश की टीम ने रविवार को भोपाल के प्रिंटिग प्रेस कर्मचारी सुनील रघुवंशी, सुभाष प्रकाश, विशाल दुबे, संदीप पाण्डेय, अमरजीत शर्मा व विवेक उपाध्याय को गिरफ्तार किया था। डिप्टी एसपी लाल प्रताप सिंह ने बताया कि पर्चा लीक में राजीव नयन, रवि अत्री, डॉ. शरद के साथ सुभाष भी मास्टरमाइंड की भूमिका में था। सुभाष अंत तक साजिश में शामिल रहा। उसे गिरोह के पूरे नेटवर्क का पता है। यही वजह है कि सुभाष से सबसे ज्यादा देर तक पूछताछ हुई। पूछताछ में एसटीएफ की वाराणसी यूनिट रही। सामने आया है कि साजिश के बाद राजीव का पूरा ध्यान सिपाही भर्ती परीक्षा का पर्चा लीक कराने में लगा रहा जबकि आरओ परीक्षा का पर्चा लीक कराने की जिम्मेदारी सुभाष के पास रही।
डर था कि चूक न हो जाए...
सुभाष ने एसटीएफ को बताया कि राजीव को लग रहा था कि इससे बड़ा मौका अब हाथ नहीं आएगा। उसे डर भी था कि पर्चा लीक कराने में कोई चूक न हो जाए। इस वजह से उसने उसके अलावा रवि व डॉ. शरद के साथ कई बार बैठक की। लखनऊ में वे लोग तीन-चार दिन रुके। परीक्षा का पर्चा लीक कराने में जिससे मदद ली गई, उनसे कई बार चर्चा की गई।
कमीशन की चिंता नहीं, परीक्षा केन्द्र सेट करो
सुभाष ने एसटीएफ को बताया कि राजीव ने कमीशन की चिंता न करने को कहा था। उसने कहा था कि आरओ परीक्षा का पर्चा सबसे ज्यादा बिकेगा। इसके लिए मुंहमांगी कीमत भी मिलेगी। किसी भी तरह कई परीक्षा केन्द्रों पर सेटिंग कर लो। जो कमीशन मांगा जाए, उसे देना तय कर लो। आठ फरवरी को हुई आरओ भर्ती परीक्षा का पर्चा चार जगह से लीक कराने की सेटिंग हो गई थी। इसके बाद 17 व 18 फरवरी को सिपाही भर्ती परीक्षा का पर्चा लीक करने की साजिश भी रची गई।
दो जगह से आउट पर्चा ही व्हाटसऐप पर भेजा गया
सुभाष प्रकाश ने कुबूला कि प्रयागराज के विशप जॉनसन गर्ल्स स्कूल व भोपाल की प्रिंटिंग प्रेस से पर्चा लीक करा लिया गया तो लखनऊ और एक अन्य तय स्थान से पर्चा देखा तो गया लेकिन उससे सिर्फ सवालों का मिलान कराया गया। इसके बाद अन्य दोनों स्थानों से पर्चा बाहर नहीं भेजा गया।