Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Rituals will be taught in Ramnagari Ayodhya value added course will start from session 2024-25

रामनगरी अयोध्या में होगी कर्मकांड की पढ़ाई, सत्र 2024-25 से शुरू होगा वैल्यू एडेड कोर्स 

रामनगरी अयोध्या में कर्मकांड की पढ़ाई होगी। डॉ. रामनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय से कर्मकांड की शिक्षा ले सकेंगे। 2024-25 से एडेड वैल्यू कोर्स के तहत नए पाठ्यक्रम कर्मकांड में दाखिला शुरू होगा।

Deep Pandey राममूर्ति यादव, अयोध्याMon, 8 July 2024 08:09 AM
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रामनगरी अयोध्या को कर्मकांड की पढ़ाई के मद्देनजर समृद्ध बनाने की पहल शुरू हो चुकी है। अब कर्मकांड की पढ़ाई के लिए काशी जाने की जरूरत नहीं होगी, बल्कि डॉ. रामनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय से कर्मकांड की शिक्षा ले सकेंगे। आगामी सत्र 2024-25 से एडेड वैल्यू कोर्स के तहत नए पाठ्यक्रम कर्मकांड में दाखिला शुरू हो जाएगा। विवि के योग विभाग ने नए पाठ्यक्रम के अध्ययन- अध्यापन का प्रारूप तैयार कर लिया है जिसे विवि के कार्य परिषद की मंजूरी मिल चुकी है।

अवध विवि आवासीय परिसर स्थित खेल शारीरिक एवं योगिक विज्ञान संस्थान के योग विभाग में एडेड वैल्यू कोर्स के तहत कर्मकांड पाठ्यक्रम संचालित होगा। पांच जुलाई को विवि कार्य परिषद में बैठक में कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल की अध्यक्षता में इस पर अंतिम मुहर लग चुकी है। आगामी सत्र से प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इसमें 12वीं उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को प्रवेश मिल सकेगा। कर्मकांड कोर्स में कुल 30 सीटों पर प्रवेश होगा। कक्षाएं आनलाइन एवं आफलाइन मोड पर चलाई जाएंगी। कोर्स के प्रश्नपत्र हिन्दी एवं संस्कृत दोनों भाषाओं में होंगे। जानकारों की मानें तो विवि से कर्मकांड की पढ़ाई करने पर रोजगार के नए द्वार खुल जाएंगे। देश- विदेशों में भी रोजगार के अवसर रहेंगे। सैन्य विभाग में धर्मगुरु की नियुक्ति होती है। इसके लिए कर्मकांड का डिप्लोमा प्राप्त करने वालों को वरीयता दी जाती है। इसके अलावा मठ- मंदिरों में पुजारी की भी नियुक्ति होगी है। हाल ही में रामजन्मभूमि मंदिर में पुजारियों की नियुक्ति हुई है जिसमें कर्मकांड की पढ़ाई अनिवार्य की गई थी।

एक वर्षीय कोर्स होगा
अवध विवि की योग विभाग की शिक्षिका गायत्री वर्मा ने बताया कि कर्मकांड के नए डिप्लोमा पाठ्यक्रम एक वर्ष का होगा। इसमें दो सेमेस्टर में कुल 10 प्रश्नपत्र होंगे। प्रत्येक सेमेस्टर में पांच-पांच प्रश्नपत्र होंगे। इसमें चार प्रश्नपत्र लिखित एवं एक प्रायोगात्मक प्रश्नपत्र होगा। पाठ्यक्रम हिन्दी एवं संस्कृत भाषा में होगा। विवि के शिक्षक से ही अध्यापन कार्य लिया जाएगा। खास विषय पर एक्सपर्ट को आमंत्रित किया जाएगा।

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