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आरटीओ दफ्तर में दलालों से परेशान आरआई, शिकायत पर पुलिस ने मारा छापा; मची खलबली 

Raid in RTO: गोरखपुर के चरगांवा में डीटीआई कार्यालय में दलालों की दबंगई से तंग RTO के आरआई की शिकायत पर मंगलवार को पुलिस ने छापा मारा। कार्यालय में पुलिस टीम के पहुंचते ही वहां खलबली मच गई।

Ajay Singh निज संवाददाता, गोरखपुरWed, 17 July 2024 06:23 AM
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RTO Office: गोरखपुर के चरगांवा में ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट (डीटीआई) कार्यालय में दलालों की दबंगई से तंग आरटीओ आरआई की शिकायत पर मंगलवार को शाहपुर थाने की पुलिस ने छापा मारा। कार्यालय में पुलिस टीम के पहुंचते ही वहां खलबली मच गई। हालांकि, पुलिस के आने की सूचना पहले ही दलालों तक पहुंच चुकी थी और वे मौके से फरार होने में कामयाब हो गए।

ड्राइविंग लाइसेंस, वाहन पंजीकरण समेत अन्य सुविधाओं के लिए चरगांवा स्थित शहीद बंधू सिंह ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट में ऑनलाइन व्यवस्था की गई है, लेकिन दलालों ने इसका भी तोड़ निकाल लिया है। ड्राइविंग लाइसेंस समेत अन्य कामों के लिए आवेदकों के दफ्तर पहुंचते ही दलाल उन्हें घेर लेते हैं और आवेदकों को ऑनलाइन व्यवस्था को टेढ़ी प्रक्रिया बताकर बरगलाते हैं। इसके साथ ही आवेदकों को टेस्ट के दौरान फेल होने की बात कह कर भ्रमित करते हैं। लर्निंग से लेकर परमानेंट तक लाइसेंस बनवाने में मात्र 1350 ही खर्च होते हैं लेकिन दलाल आवेदकों को गुमराह कर उनसे पांच हजार तक वसूलते हैं। आरआई सीमा गौतम ने बताया कि कार्यालय से दलालों को दूर करने के लिए पुलिस की मदद ली गई है।

क्‍या बोले लाइसेंस बनवाने वाले 
लाइसेंस बनवाए आए प्रवीण ने कहा कि गेट पर ही दलाल ने रोक लिया। कहा कि ऑनलाइन प्रक्रिया के फेर में पड़ोगे तो महीनों लग जाएंगे, हम तुम्हें आधे घंटे में लर्निंग बना कर दे देंगे। इसके लिए उसने 3500 सौ रुपए वसूले। महेश ने कहा कि परिसर में दलाल से मुलाकात हुई। उसने कहा कि केवल फोटो खिंचवाने आना पड़ेगा। ऑनलाइन टेस्ट, ड्राइविंग टेस्ट पास कराने के लिए 5000 रुपये लिए। बायोमेट्रिक के लिए आया हूं।

खुद को मंत्री-विधायक का रिश्तेदार बताते हैं दलाल
आरटीओ कार्यालय के पास साइबर कैफे खोलकर बैठे हाईटेक दलाल खुद को मंत्री और विधायक का रिश्तेदार भी बताते हैं और ऑनलाइन टेस्ट में नकल करवाकर बिना ड्राइविंग टेस्ट के परमानेंट लाइसेंस बनवाने का दावा करते हैं। सूत्रों के अनुसार, उनके काम में रुकावट डालने वाले कर्मचारियों एवं अधिकारियों को भी वे धमकी देने से बाज नहीं आते। इससे विभाग के अधिकारी और कर्मचारी भी सहमे हुए हैं। उधर, दलाल आवेदकों से मनचाही रकम वसूल रहे हैं।

क्‍या बोले अधिकारी 
एआरटीओ प्रशासन अरुण कुमार ने कहा कि दलालों की बढ़ी सक्रियता को लेकर एक हफ्ते पहले आरआई के माध्यम से जांच करने के लिए पुलिस को सूचना दी गई थी। दलालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है, फीस भी ऑनलाइन जमा होती है। आवेदक किसी भी बहकावे में न आएं।

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