अमेठी में पिकप से रौंदकर कर दी रिटायर फौजी की हत्या, विरोध में सड़क जाम
अमेठी में मुंशीगंज बाजार से घर जाते समय सेवानिवृत्त फौजी को पिकप से रौंद दिया गया। अस्पताल में इलाज के दौरान फौजी की मौत हो गई। जीवित रहते फौजी ने पुलिस को बयान देकर पिकप से रौंदकर मार डालने का...
अमेठी में मुंशीगंज बाजार से घर जाते समय सेवानिवृत्त फौजी को पिकप से रौंद दिया गया। अस्पताल में इलाज के दौरान फौजी की मौत हो गई। जीवित रहते फौजी ने पुलिस को बयान देकर पिकप से रौंदकर मार डालने का प्रयास करने का आरोप लगाया। मौत के बाद मृतक की पत्नी ने गांव के प्रधानपति व उनके भाई के विरुद्ध हत्या कराने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी। वहीं पोस्टमार्टम के बाद शव को राजमार्ग पर रखकर परिजन हत्यारोपियों की गिरफ्तारी करने की मांग कर रहे हैं। सड़क जाम कर दिया है। पुलिस अधिकारी मृतक के परिजनों को समझाने का प्रयास कर रहे थे।
मुंशीगंज थाना क्षेत्र के पश्चिम दुवारा निवासी 42 वर्षीय संतोष सिंह पुत्र बद्री सिंह सेवानिवृत्त फौजी थे। रविवार की देर शाम वह मुंशीगंज बाजार से बाइक से घर वापस जा रहे थे। रास्ते में शारदन के आगे तेज रफ्तार पिकप ने बाइक में टक्कर मार दी। जब संतोष सिंह घायल होकर गिर गए तो पिकप चालक ने गाड़ी बैक कर दुबारा उनके ऊपर चढ़ा दिया। उन्हें मृतक समझ पिकप चालक गाड़ी के साथ भाग निकला। दुर्घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने गंभीर हालत में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मौत से पूर्व दिए वीडियो बयान में संतोष सिंह ने जानबूझकर हत्या करने के लिए दो बार गाड़ी चढ़ाने की बात कही। मौत के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मृतक की पत्नी की तहरीर पर पश्चिम दुवारा के प्रधानपति व उनके भाई के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया।
वहीं सोमवार की सुबह जब पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को शव मिला तो गांव के पास सुलतानपुर रोड पर शव रखकर परिजनों ने जाम लगा दिया। परिजनों ने चुनावी रंजिश में हत्या कराने की बात कहते हुए आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की। मौके पर पहुंचे सीओ गुरमीत सिंह के समझाने के बाद जब परिजन शव हटाने को राजी नहीं हुए तो एडीएम व एएसपी मौके पर पहुंचे। एएसपी विनोद पांडेय ने बताया कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।