लॉलीपाप दिखाकर आरक्षण नियमावली का किया बंटाधार, KGMU में नियुक्तियों को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य का बड़ा आरोप
पूर्व मंत्री और सपा के वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने KGMU में नियुक्तियों को लेकर बड़ा आरोप लगाया है। कहा कि विश्वविद्यालय में हुई नियुक्तियों में बड़े पैमाने पर घालमेल किया जा रहा है
Swami Prasad Maurya: यूपी के पूर्व मंत्री और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में नियुक्तियों को लेकर बड़ा आरोप लगाया है। स्वामी ने कहा कि विश्वविद्यालय में हुई नियुक्तियों में बड़े पैमाने पर घालमेल किया जा रहा है।
यही नहीं स्वामी ने विश्वविद्यालय की कुलपति की जाति का उल्लेख कर उन पर भेदभाव का गंभीर आरोप लगाया है। स्वामी ने कहा कि विश्वविद्यालय में आचार्य के 12 में से अन्य पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जनजाति का आरक्षण शून्य कर दिया गया और अनुसूचित जाति के लिए सिर्फ एक पद रखा गया।
एक्स पर केजीएमयू की नियुक्तियों के विज्ञापन को शेयर करते हुए की गई इस पोस्ट में स्वामी ने लिखा कि जाति का घमंड संविधान पर भी भारी पड़ गया है। सविंधान की शपथ लेने वाले बौने साबित हुए। केजीएमयू की कुलपति का उल्लेख करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने गंभीर आरोप लगाए। लिखा-किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, लखनऊ की कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद (ब्राह्मण) द्वारा भर्तियों में बड़ा घालमेल किया जा रहा है।
आचार्य के 12 पद में अन्य पिछड़ा वर्ग एवं अनुसूचित जनजाति का आरक्षण शून्य एवं अनुसूचित जाति को मात्र 1 पद, अपर आचार्य के 3 पद में ओबीसी, एससी, एसटी का आरक्षण शून्य, सह आचार्य के 17 पद में ओबीसी को मात्र 1 पद, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति का आरक्षण शून्य तथा सहायक आचार्य के 80 पद में अनुसूचित जनजाति का आरक्षण शून्य, जबकि पिछड़े वर्ग को 27 % के सापेक्ष मात्र 12% और अनुसूचित जाति के 21.5% के सापेक्ष मात्र 9% का लॉलीपॉप दिखाकर आरक्षण नियमावली का बंटाधार कर दिया गया है।