रामपुर हादसा: बस-ट्रक की टक्कर के बाद हाईवे से लेकर अस्पताल तक मची चीख-पुकार
रामपुर में शनिवार की आधी रात हुए हादसे के बाद हाईवे से लेकर अस्पताल तक चीख-पुकार मची रही। बस में फंसे लोगों को बाहर निकालने से लेकर उनको अस्पताल तक पहुंचाने में सरकारी मशीनरी के हाथ-पांव फूल गए।
रामपुर में शनिवार की आधी रात हुए हादसे के बाद हाईवे से लेकर अस्पताल तक चीख-पुकार मची रही। बस में फंसे लोगों को बाहर निकालने से लेकर उनको अस्पताल तक पहुंचाने में सरकारी मशीनरी के हाथ-पांव फूल गए। जिला अस्पताल में भी आधी रात घायलों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हुआ तो स्वास्थ्य कर्मचारी भी परेशान हो गए। हालत यह थी कि घायलों को इलाज के लिए बेड तक नहीं मिल पा रहा था। एक-एक बैड पर दो से तीन लोगों को लेटाया गया था। कुछ घायल तो सरकारी अस्पताल का इलाज देखकर अपने जिलों के लिए रवाना हो गए।
रामपुर में हाईवे पर बाईपास पर शनिवार को आधी रात के बाद निजी बस और ट्रक की जबर्दस्त भिड़ंत हो गई। इस भिड़ंत में पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक की बाद में मौत हो गई। हादसे के बाद बस में चीख पुकार मच गई। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने बस में से घायलों को निकालने का प्रयास किया। लोगों की मदद से किसी तरह घायलों को बस से निकाला गया और फिर पुलिस ने सरकारी गाड़ियों और एंबुलेंस के जरिए घायलों को किसी तरह अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में 45 घायलों के पहुंचते ही अस्पताल प्रशासन के होश उड़ गए।
आनन-फानन में डाक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों को इमरजेंसी में तलब किया गया और फिर इलाज शुरू किया गया। अस्पताल के चार वार्डों में घायलों को शिफ्ट किया गया, लेकिन सभी घायलों को बेड नहीं मिल रहे थे। इस पर एक बेड पर दो से तीन घायलों को लिटाकर इलाज कराया गया। कई घायलों के परिजन इलाज पर नाराजगी जाहिर करते हुए शाहजहांपुर ले गए। इस बीच यहां पर परिजनों की चीत्कार सुनाई देती रही। पोस्टमार्टम हाउस के पास भी मृतकों के परिजन विलाप कर रहे थे। हर तरफ अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ था।