यादों में गजोधर: प्रयागराज को दूसरा घर मानते थे राजू श्रीवास्तव, कुंभ 2025 जाने का सपना रह गया अधूरा
नामचीन हास्य अभिनेता राजू श्रीवास्तव का प्रयागराज से पारिवारिक संबंध रहा है। शहर के कीडगंज, निहालपुर और सोहबतियाबाग में उनके रिश्तेदार रहते हैं। कीडगंज में रहने वाले गायक मनोज श्रीवास्तव के घर आते थे।
नामचीन हास्य अभिनेता राजू श्रीवास्तव का प्रयागराज से पारिवारिक संबंध रहा है। शहर के कीडगंज, निहालपुर और सोहबतियाबाग में उनके रिश्तेदार रहते हैं। कीडगंज में रहने वाले गायक मनोज श्रीवास्तव के घर पर वे अक्सर आते थे। राजू श्रीवास्तव मनोज के रिश्ते में बहनोई लगते थे। निहालपुर में राजू की बुआ शिखा का परिवार रहता है। राजू श्रीवास्तव जब भी प्रयागराज आते थे तो अपने व्यस्त समय में रिश्तेदारों से मिलने जरूर जाते थे।
बुधवार को राजू श्रीवास्तव के निधन की जानकारी होते ही उनके रिश्तेदारों, कलाकारों, रंगकर्मियों में शोक की लहर दौड़ गई।राजू श्रीवास्तव के रिश्तेदार मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि राजू श्रीवास्तव का कौशांबी के दारानगर में ननिहाल है। राजू के पिताजी रमेश चंद्र श्रीवास्तव उर्फ बलई काका लोक कवि थे। वे सिविल कोर्ट में पेशकार थे। राजू श्रीवास्तव के छह भाई और एक बहन हैं। कानपुर में उनकी बेटी अंतरा और बेटा आयुष्मान रहता है।
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राजू श्रीवास्तव अपने पूर्वजों की धरती पर इस सिराथू विधानसभा सीट पर उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के पक्ष में चुनाव प्रचार के लिए फरवरी में आए थे। मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि राजू श्रीवास्तव प्रयागराज को अपना दूसरा घर मानते थे। वे कुंभ मेले में जरूर आते थे। 2025 के कुंभ में भी आने के लिए कहते थे लेकिन उनका सपना अधूरा रह गया।
कायस्थ महाकुंभ में किया था लोटपोट
केपी ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष टीपी सिंह ने बताया कि 2012-13 में कायस्थ महाकुंभ का आयोजन हुआ था। उस समय राजू श्रीवास्तव ने केपी इंटर कॉलेज में लोगों को गुदगुदाया था। 1996 में आयोजित त्रिवेणी महोत्सव में राजू श्रीवास्तव आए थे। मैं एक बार मुंबई गया था तब राजू श्रीवास्तव रेलवे स्टेशन पर खुद लेने आए थे। 2009 में जब विधानसभा का चुनाव लड़ा था तब राजू श्रीवास्तव प्रचार के लिए आए थे। 2013 में चलो मन गंगा यमुना तीर कार्यक्रम में, त्रिवेणी महोत्सव, रेलवे महिला संगठन के कार्यक्रम और अपने पिताजी की अस्थियां विसर्जित करने संगम आए थे।