राजभर के 'नौकरी सेटर' बेदी राम के खिलाफ सड़क पर उतरे लोग, पुतला फूंका, रासुका लगाने की मांग
ओपी राजभर की पार्टी सुभासपा के विधायक बेदी राम पर विपक्षी दलों का हमला तेज होता जा रहा है। सोमवार को वाराणसी में बेदी राम की गिरफ्तारी की मांग करते हुए प्रदर्शन किया और उनका पुतला फूंका।
ओपी राजभर की पार्टी सुभासपा के विधायक बेदी राम पर विपक्षी दलों का हमला तेज होता जा रहा है। सोमवार को वाराणसी में नेशनल इक्वल पार्टी ने बेदी राम की गिरफ्तारी की मांग करते हुए प्रदर्शन किया और उनका पुतला फूंका। मुख्यालय पर जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी के नाम ज्ञापन दिया गया है। इसमें बेदी राम के खिलाफ कई केस दर्ज होने के बाद भी गिरफ्तारी नहीं होने और वीडियो वायरल होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने पर सवाल उठाया गया है। इसके साथ ही बेदी राम को तत्काल गिरफ्तार करने और उनके खिलाफ रासुका की कार्रवाई की मांग की गई है। कभी सुभासपा के ही प्रवक्ता रहे नेशनल इक्वल पार्टी के अध्यक्ष शशिप्रताप सिंह के नेतृत्व में वाराणसी के जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया गया।
कौन हैं पेपर लीक के बड़े खिलाड़ी बेदी राम? ओपी राजभर के नौकरी सेटर विधायक के बारे में सब कुछ जानिए
शशिप्रताप ने कहा कि गाजीपुर की जखनिया सीट से विधायक बेदी राम ने पेपर लीक करके खुद को किसी भी विभाग में नौकरी दिलाने वाला बताते हुए वीडियो वायरल होने के बाद भी उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। 2010 से ही भ्रष्टाचार में लिप्त रहने के बाबजूद बेदी राम रौब से घूम रहे हैं। कई संगीन मुकदमों में नाम के बाद भी बेदी राम को सरकार का शरण मिल रहा है। बेदी राम लगातार करोड़ों बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करते रहे हैं। ऐसे जनप्रतिनिधि की अकूत सम्पति की जांच होनी चाहिये। पूछा जाना चाहिए कि रेलवे में टीटी की नौकरी करने वाले के पास इतनी सम्पति कहां से आई है।
महिला मंच की राष्ट्रीय अध्यक्ष वंदना सिंह ने कहा कि सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने विधायक की काली करतूत को जानते हुए भी 2022 में विधानसभा टिकट दिया। ओमप्रकाश राजभर खुलेआम मंचों से कहते दिखाई दे रहे हैं किसी विभाग में नौकरी के लिये हमारे विधायक से संपर्क कीजिये। उन्होंने नौकरी दिलाने की गारंटी भी ली है। विधायक बेदी राम के साथ-साथ ओमप्रकाश राजभर भी उतने ही गुनाहगार हैं जितने बेदी राम हैं। प्रवक्ता प्रकाश जायसवाल ने कहा कि ओमप्रकाश राजभर को तत्काल मंत्री पद से बर्खास्त किया जाए। बेदी राम को गिरफ्तार किया जाए और पूरे मामले की जड़ से जांच की जाए। दोषियों पर कठोर करवाई हो, जिससे आगे ऐसी हरकतें करने की किसी को हिम्म्त न हो।