मथुरा में अम्बेडकर शोभायात्रा का विरोध, विवाद के बाद पथराव, पुलिस ने संभाला मोर्चा
मथुरा में थाना जैंत के अंतर्गत गांव भरतिया में डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर निकाली जा रही शोभायात्रा के दौरान दो वर्गों में विवाद हो गया। देखते ही देखते पथराव होने लगा। पुलिस ने किसी तरह संभाला।
मथुरा में थाना जैंत के अंतर्गत गांव भरतिया में डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर निकाली जा रही शोभायात्रा के दौरान दो वर्गों में विवाद हो गया। देखते ही देखते पथराव होने लगा। साथ में चल रही पुलिस भी स्थिति न संभाल सकी तो थानों का फोर्स बुलाना पड़ा। बाद में उच्चाधिकारियों ने मौका मुआयना कर पुलिस बल तैनात कर दिया है। पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है।
शुक्रवार को डॉ. भीमराव अम्बेडकर जयंती के मौके पर लोगों द्वारा पुलिस मौजूदगी में गांव में शोभायात्रा निकाली जा रही थी। शोभायात्रा दोपहर करीब 12 बजे दूसरे वर्ग के मोहल्ले की ओर गयी तभी वहां लोगों ने विरोध कर इसे रोक दिया। उधर शोभायात्रा को जबरन निकालने का प्रयास होने लगा। इसी बात पर दोनों पक्षों में कहासुनी के बाद पथराव हो गया। इससे वहां अफरातफरी मच गई।
शोभायात्रा के साथ चल रहे पुलिसकर्मियों ने तुरंत अधिकारियों को जानकारी दी। सूचना मिलते ही एसपी सिटी मार्तण्ड प्रकाश सिंह अतिरिक्त पुलिस बल और कई थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गयी। पुलिस ने मामले की जानकारी कर शोभायात्रा को रुकवा दिया।
पुलिस ने लाउडस्पीकर पर एनाउंस किया कि लोग छतों से हट जाएं और अपने घर जाएं। इस पर लोगों ने कहा कि पहले दूसरे पक्ष को यहां से रवाना किया जाए। बाद में पुलिस ने शोभायात्रा रोकते हुए मामला शांत कराया। गांव में तनाव के दृष्टिगत पुलिस प्रशासन ने गांव में आरआरएफ एवं पीएसी तैनात कर दी है।
प्रधान प्रतिनिधि महेंद्र सिंह ने बताया थाकि शोभायात्रा को निकालने को लेकर एक दिन पूर्व गांव में सर्व समाज की पंचायत हुई थी। उस दौरान सभी ने शोभायात्रा निकालने की सहमति दे दी थी। शोभायात्रा निकालने के दौरान कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। गांव में पहली बार अम्बेडकर शोभायात्रा निकाली जा रही थी, इसकी इजाजत भी प्रशासन की ओर से उनके पास थी।
गलत तरीके से ली अनुमति निरस्त, रुकवाई शोभायात्रा: सीओ
सीओ सदर प्रवीन मलिक ने बताया कि शोभायात्रा निकालने के लिये तथ्य छिपा कर अनुमति ली गई थी। अनुमित के लिए लिखा था कि पूर्व में परंपरागत रूप से शोभायात्रा निकलती रही है, जबकि पहले कभी भी यहां शोभायात्रा नहीं निकली। तथ्य छिपाने की जानकारी होने पर तत्काल अनुमति निरस्त कराकर शोभयात्रा को रुकवा दिया गया।
एसपी सिटी एमपी सिंह ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस फोर्स गांव में पहुंच गया था। अब गांव में शांति है। एहतियातन पुलिस बल तैनात किया गया है।