प्राइवेट स्कूल मैनेजर खुद बैठा था RO-ARO परीक्षा में, सामने आया पेपर आउट कनेक्शन
RO-ARO पेपर लीक: लोकसेवा आयोग की ओर से आयोजित समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी (RO-ARO) की परीक्षा का पेपर आउट कराकर बेचने वाले गैंग के एक सदस्य स्कूल प्रबंधक ने भी परीक्षा दी थी।
RO-ARO Paper Leak: लोकसेवा आयोग की ओर से आयोजित समीक्षा अधिकारी व सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ-एआरओ) की परीक्षा का पेपर आउट कराकर बेचने वाले गैंग के एक सदस्य स्कूल प्रबंधक ने भी परीक्षा दी थी। पेपर आउट कराकर उसने उत्तर रटा और 112 प्रश्न सही किया था। इसी तरह अन्य अभ्यर्थियों ने भी आउट हुए पेपर को रटकर 110 से 120 प्रश्न हल कर लिए थे। इसका खुलासा एसटीएफ की पूछताछ में हुआ है।
सीओ एसटीएफ लाल प्रताप सिंह की टीम ने आरओ-एआरओ परीक्षा में पेपर लीक करने के आरोप में मास्टरमाइंड डॉ. शरद समेत चार को गिरफ्तार किया था। इनमें झूंसी का रहने वाला कमलेश पाल भी शामिल है। कमलेश कुमार पाल झूंसी में स्थित एसपी ब्लू स्टार पब्लिक स्कूल का मैनेजर है। उसी ने बिशप जॉनसन कॉलेज (गर्ल्स विंग) के परीक्षा नियंत्रण अर्पित विनीत जसवंत के साथ मिलकर पेपर लीक किया था। आरओ-एआरओ की चारों सीरीज का पेपर लेकर नकल माफियाओं ने उसे हल कराया।
कमलेश ने एसटीएफ को बताया कि परीक्षा में कौन सा सीरीज किसको मिलता, ये नहीं पता था। इसलिए सॉल्वर गैंग की मदद से सभी सेट के प्रश्नों को हल कराकर उसने उत्तर रट लिया था। कुंजी बनाकर काम किया गया। इसके बाद कमलेश भी पेपर देने गया था। उसने 150 में कुल 112 प्रश्न सही हल किए। प्रश्न देने के बाद उसका मिलान कराया था। कमलेश को यकीन हो गया था कि वह इस परीक्षा में पास हो जाएगा। चर्चा थी कि 100 से अधिक प्रश्न हल होने पर वह मेरिट में आ जाएगा। उसके जैसे कई अन्य अभ्यर्थी भी 110 से 120 प्रश्न हल किए थे।
दो-दो लाख में पेपर खरीदने वाले अभ्यर्थी बनेंगे गवाह
आरओ-एआरओ का पेपर लीक होने के बाद एक तरफ राजीव नयन मिश्र तो दूसरी ओर डॉ. शरद सिंह पटेल ने दो-दो लाख रुपये में पेपर बेचा था। बाकी रुपये परीक्षा पास होने के बाद देना था। प्रयागराज और लखनऊ के करीब 50 से अधिक अभ्यर्थियों ने पेपर लेकर उत्तर रटा था। एसटीएफ अब इन अभ्यर्थियों का डेटा एकत्र कर रही है। उनसे पूछताछ के बाद उनको सरकारी गवाह बनाने की तैयारी है। अभ्यर्थियों की मदद से पुलिस नकल माफियाओं को कड़ी से कड़ी सजा दिलाएगी।