पुलिसकर्मियों को चमका देकर भागा कैदी, पेट दर्द का बहाना बनाकर अस्पताल में हुआ था भर्ती
देवरिया में हत्यारोपी पुलिस चंगुल से फरार हो गया। कैदी पेट दर्द का बहाना बनाकर अस्पताल में भर्ती हुआ था। जहां से वह चकमा देकर भाग निकला। खबर मिलने पर पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया।
उत्तर प्रदेश के देवरिया में एक बंदी पुलिस को चकमा देकर फरार होने में कामयाब हो गया। कैदी पर एक हत्या का आरोप था। 29 अक्टूबर को ही आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जिला कारागार देवरिया भेजा था। हत्यारोपी बंदी के फरार होने की सूचना मिलने पर पुलि महकमें में हड़कंप मच गया।
30-31 अक्टूबर को कैदी ने बंदी रक्षकों से पेट दर्द की बात कही। इस पर जेल प्रशासन ने उसे जेल के डॉक्टरों से दिखाया। इसके बाद चिकित्सक ने सोमवार को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जेल प्रशासन ने कैदी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां से मंगलवारी की देर शाम कैदी मौका देखते ही फरार हो गया। जब इस बात सूचना पुलिस को मिली तो महकमें में हड़कंप मच गया। सीओ श्रीयश त्रिपाठी और कोतवाल कपिलदेव चौधरी जिला अस्पताल पहुंचे और ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों से पूछताछ की। इसके बाद फरार चल रहे बंदी को ढूंढने के लिए पुलिस प्रशासन ने पूरा अस्पताल की छानबीन की लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला।
क्या था मामला
ये मामला कुशीनगर के रामकोला थाना क्षेत्र के मेंहदीगंज की है। 28 सितंबर 2022 की रात 35 साल की विधवा पूजा की हत्या हो गयी थी। हत्यारे ने दीवार पर तीन लोगों का नाम खून से लिखा था। इस मामले में मृतका के पिता कांता प्रसाद की तहरीर पर पूजा की सास समेत पांच लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज हुआ था। पुलिस की छानबीन से पता चला कि अयोध्या के इनायत नगर थाना क्षेत्र के रहने वाले प्रवीण पाल ने इस वारदात को अंजाम दिया है। जिसके बाद पुलिस ने उसे दबोच कर पूछताछ की।
इस दौरान प्रवीण पाल ने बताया कि उसने अपनी प्रेमिका के भाई और पिता को सबक सिखाने के लिए उनके पड़ोस में रहने वाली विधवा महिला को लोहे की नुकीले रॉड से गोदकर मार डाला था। इसके अलावा पुलिस उन्हें जेल भेज दें इसलिए उनके नाम दीवार पर लिख दिया था। पुलिस ने 29 अक्टूबर को कोर्ट में पेश किया जहां से उसे जिला कारागार देवरिया भेज दिया गया था।