पीने का पानी मांगने पर PRD जवानों की इंसानियत सूखी, दिव्यांग पर ताबड़तोड़ बरसाए थप्पड़; वीडियो वायरल होते ही नौकरी से बाहर
सचिन ने पीने के लिए बोतल में पानी मांगा था। लेकिन इस बात पर जानें क्यों पीआरडी जवान भड़क गए। उन्हें इतना गुस्सा आ गया कि गाली गलौच पर उतर आए। यही नहीं उन्होंने सचिन को बेतहाशा पीटना शुरू कर दिया।
Deoria News: यूपी के देवरिया में एक दिव्यांग ने पीने का पानी क्या मांगा पीआरडी के दो जवानों की इंसानियत सूख गई। जानें उन्हें इस बात पर गुस्सा क्यों आया? उन्होंने दिव्यांग पर ताबड़तोड़ थप्पड़ बरसाने शुरू कर दिए। यह वाकया रात के करीब साढ़े 11 बजे का है लेकिन उस अंधेरे में भी जवानों की यह करतूत किसी ने चुपके से कैमरे में रिकॉर्ड कर ली। वीडियो वायरल होते ही पुलिस से पीआरडी जवानों की सम्बद्धता खत्म कर दी गई है।
रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के अहलादपुर मरकड़ी गांव के रहने वाले सचिन सिंह बचपन से दिव्यांग हैं। वह रुद्रपुर नगर में सिमकार्ड बेचने का काम करते हैं। घर पर माता-पिता या किसी अन्य परिजन के नहीं होने के चलते वह अक्सर रुद्रपुर में किसी होटल से खाना खाकर ही घर लौटते हैं। सचिन का कहना है कि शनिवार की रात वह रुद्रपुर नगर के पूर्वी बाइपास स्थित एक होटल से खाना खाकर घर जा रहे थे। रास्ते में गोपलापुर बगही गांव के बागीचे के पास उन्हें सड़क पर एक कछुआ दिखाई दिया।
सचिन ने कछुए को उठा लिया और उसे दुग्धेश्वरनाथ मन्दिर परिसर में पोखरे में छोड़ने चले गए। कछुआ छोड़ने के बाद वह अपनी ट्राई सायकिल से घर जा रहे थे। रात में करीब 11.30 बजे रुद्रपुर के आदर्श चौराहे पर उन्हें पीआरडी के दो जवान मिले। सचिन ने अनुसार उन्होंने पीआरडी जवानों से पीने के लिए बोतल में पानी मांगा लेकिन इस बात पर जानें क्यों पीआरडी जवान भड़क गए। उन्हें इतना गुस्सा आ गया कि गाली गलौच पर उतर आए। इतना ही नहीं उन्होंने सचिन को बेतहाशा पीटना शुरू कर दिया।
सचिन को पीट-पीटकर दोनों थक गए तो अपने साथ कोतवाली लेते गए। हालांकि कोतवाली में तैनात कुछ अन्य सिपाहियों ने उन्हें सचिन को छोड़ने को कहा और तब जाकर सचिन वहां से बाहर आ सके। सचिन की पिटाई का किसी ने वीडियो बना लिया था। रविवार की सुबह वह वीडियो वायरल हो गया। वीडियो में दोनों पीआरडी जवान खाकी में दिख रहे थे। लोगों को लगा कि यह करतूत पुलिसवालों की है। पुलिसवालों के बीच भी चर्चा शुरू हो गई। तब पुलिस ने वीडियो की जांच की। ध्यान से देखने पर पता चला कि दोनों पीआरडी जवान हैं।
इसके बाद महकमे ने आनन-फानन में इन दोनों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए विभाग से संबद्धता समाप्त कर दी। दिव्यांग सचिन की तहरीर पर पीआरडी जवान अभिषेक सिंह और राजेन्द्र कुमार मणि के खिलाफ रुद्रपुर कोतवाली में धारा 323, 504, 506 और 427 आईपीसी के तहत केस दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी गई है। मामले की जांच के लिए सीडीओ ने तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है।
सचिन ने मुख्यमंत्री को भी किया ट्वीट
पीड़ित दिव्यांग सचिन सिंह ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी ट्वीट करके घटना की शिकायत की है। उन्होंने बताया कि वायरल वीडियो को भी उन्होंने मुख्यमंत्री को भेजा है। रविवार की सुबह सचिन दर्जन भर अन्य दिव्यांगो के साथ सचिन रुद्रपुर कोतवाली पहुंचे थे। उन्होंने वहां एफआईआर दर्ज कराई और उसकी कॉपी लेकर ही वापस लौटे।
तीन सदस्यीय कमेटी करेगी मामले की जांच
सचिन से मारपीट की घटना को प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। सीडीओ रवीन्द्र कुमार ने घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है। कमेटी में दिव्यांग जन सशक्तीकरण अधिकारी, तहसीलदार रुद्रपुर और सहायक निबन्धक सहकारिता को शामिल किया गया है। सीडीओ ने मामले की जांच करते हुए तीन दिन के अंदर रिपोर्ट मांगी है।
क्या बोले एसपी
इस बारे में पूछे जाने पर देवरिया के एसपी संकल्प शर्मा ने बताया कि वीडियो में पीआरडी के जो दो जवान सचिन को पीटते हुए नजर आ रहे हैं उनकी पुलिस विभाग से संबद्धता समाप्त कर दी गई है। दोनों के खिलाफ केस दर्ज करके आगे की कार्रवाई की जा रही है।
जांच तक ड्यूटी नहीं मिलेगी
इस बारे में जिला युवा कल्याण अधिकारी नितीश कुमार राय ने बताया कि सचिन ने उन्हें मामले की जानकारी मोबाइल के जरिए दी है। पीआरडी जवान अभिषेक सिंह और राजेंद्र कुमार मणि को अग्रिम आदेश तक कार्यमुक्त कर दिया गया है।