अशरफ को बरेली जेल से लेकर निकली प्रयागराज पुलिस, बोला, 'रमजान और नवरात्र की बधाई हो सबको'
एक तरफ अतीक को साबरमती जेल से प्रयागराज लाया जा रहा है। दूसरी तरफ अशरफ को भी बरेली जेल से लेकर प्रयागराज पुलिस रवाना हो गई है। दोनों को 28 मार्च को एमपी एमएलए कोर्ट में पेश किया जाना है।
अतीक अहमद का भाई पूर्व विधायक अशरफ अहमद भी उमेश पाल अपहरण कांड में आरोपी है। 28 मार्च को इस मामले में फैसला आने वाला है। कोर्ट के आदेश पर अतीक और अशरफ दोनों को इस फैसले के वक्त अदालत में पेश किया जाएगा। इसके लिए जहां अतीक को साबरमती जेल से प्रयागराज लाया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ अशरफ को भी बरेली जेल से लेकर प्रयागराज पुलिस रवाना हो गई है। जेल से निकलकर कैदी वाहन में बैठते समय अशरफ ने मीडिया के कैमरे देखकर रमजान और नवरात्र की बधाई दी। वैन से उसकी आवाज सुनाई पड़ी। अशरफ ने कहा- 'रमजान और नवरात्र की बधाई हो सबको।' इसके पहले अशरफ के वकील उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करने का अदालती आदेश लेकर बरेली जेल पहुंचे।
वकीलों में हिमांशु त्रिपाठी, आशीष श्रीवास्तव और राज शर्मा शामिल रहे। उन्होंने बताया कि 21 मार्च को हाईकोर्ट से अशरफ की सुरक्षा को लेकर आदेश जारी हुआ है। उन्होंने बताया कि आदेश के मुताबिक अशरफ की सुरक्षा का पूरा इंतजाम सुनिश्चित करना होगा। उससे बिना वकील के पूछताछ नहीं की जाएगी। वकीलों ने हाईकोर्ट का आदेश जेल प्रशासन को रिसीव कराया। बरेली जेल से निकलने से पहले अशरफ की मेडिकल जांच भी कराई गई।
कोर्ट में होनी है पेशी
अतीक अहमद और अशरफ अहमद को अहमदाबाद की साबरमती जेल से लाकर व्यक्तिगत रूप से एमपी/एमएलए की विशेष कोर्ट में 28 मार्च को पेश किया जाना है। इस दिन उमेश पाल अपहरण कांड के मुकदमे में फैसला आने की उम्मीद है।
ये है आरोप
आरोप है कि अतीक अहमद और उसका भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ अपने साथियों के साथ अपहरण कर उमेश पाल को अपने दफ्तर में ले गया। वहां उमेश को मारा-पीटा गया। उस पर अदालत में गवाही पलटने का दबाव बनाया गया। अतीक-अशरफ ने गवाही न पलटने पर उमेश को जान से मारने की धमकी दी। उमेश ने इस घटना को लेकर पांच लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर कराई थी।