लापरवाही से स्टॉफ नर्स को ही बचा नहीं पाया अस्पताल? मौत पर नर्सों का हंगामा; जांच के आदेश
Staff Nurse Died: प्रयागराज में एक स्टॉफ नर्स की अस्पताल में मौत को लेकर साथ काम करने वाली नर्सों और परिवार ने हंगामा किया। इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया। मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं।
Uproar over Death of Staff Nurse: प्रयागराज के स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में स्टाफ नर्स की मौत के बाद घंटों हंगामा हुआ। परिजन और दूसरी नर्सों ने गाइनो विभाग की डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया। अस्पताल परिसर में चार घंटे तक अफरातफरी का माहौल रहा। हालांकि मामले में परिजनों ने किसी प्रकार की शिकायत नहीं की है। उधर, मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने मामले पर जांच बिठा दी है। जांच के लिए एक टीम गठित की गई है।
झूंसी की रहने वाली शशि का विवाह जगदीशपुर में हुआ था। वह एसआरएन अस्पताल में स्टाफ नर्स थी। वह मायके (झूंसी) में रहती थी। शशि को करीब एक सप्ताह पहले बुखार आया तो एसआरएन अस्पताल में भर्ती किया गया। दो दिन पहले गाइनो विभाग में सिजेरियन प्रसव हुआ। परिजनों ने आरोप लगाया कि शशि की ब्लीडिंग और प्लेटलेट डाउन होने से हालत गंभीर थी। लेकिन स्वास्थ्य में सुधार हो रहा था। परिजनों के अनुसार, शुक्रवार को गाइनो विभाग की डॉक्टर ने शशि का पहले निजी सेंटर पर अल्ट्रासाउंड कराया, फिर कॉर्डियो रेफरेंस के नाम पर निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया। जहां उसकी हालत गंभीर हो गई। शनिवार को दूसरी स्टाफ नर्स को शशि से मिलने नहीं दिया गया। शशि की हालत गंभीर होने की आशंका में सहयोगी नर्सों ने हंगामा शुरू कर दिया।
अस्पताल प्रबंधन ने शशि को एसआरएन अस्पताल भेज दिया। जहां कुछ देर में उसकी मौत हो गई। इस पर परिजन बिफर गए। उन्होंने एसआरएन अस्पताल के डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया और पीएमएसएसवाई बिल्डिंग के सामने हंगामा करने लगे। मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. एसपी सिंह का कहना है कि मरीज की हालत में सुधार हो रहा रहा था। उसकी मौत किन परिस्थितियों में हुई, इसकी जांच को टीम गठित की गई है।
नर्सों को यकीन नहीं
साथ काम करने वाली नर्स शशि की मौत का एसआरएन अस्पताल की नर्सों को अब तक यकीन नहीं हो रहा है। उनका कहना है कि शशि का व्यवहार बहुत अच्छा था। उसकी मौत यदि किसी लापरवाही की वजह से हुई है तो जांच कर इसके लिए जिम्मेदारी तय होनी चाहिए और दोषी को सजा भी मिलनी चाहिए।