रियल या फेक? महिला जनप्रतिनिधि के वायरल ऑडियो से चढ़ा सियासी पारा
देवरिया की एक महिला जनप्रतिनिधि के 2 ऑडियो वायरल हो रहे हैं। इससे सियासी पारा चढ़ गया है। सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। ऑडियो में बातचीत का अधिकांश हिस्सा भोजपुरी में है।
Deoria News: यूपी के देवरिया की एक महिला जनप्रतिनिधि के दो ऑडियो वायरल हो रहे हैं, जिसने सियासी पारा बढ़ा दिया है। सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। ऑडियो में बातचीत का अधिकांश हिस्सा भोजपुरी में है। संबंधित जनप्रतिनिधि ने ऑडियो को फर्जी बताते हुए पुलिस को कार्रवाई को निर्देश दिए हैं। हालांकि, हिन्दुस्तान वायरल ऑडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।
ऑडियो 1- पहले ऑडियो में जातियों और धर्म विशेष पर बात है। किसी मनोज विश्वकर्मा का नाम आता है, जिसके बारे में जनप्रतिनिधि कहती हैं कि वही पूरा दलाली कर रहा है। जाति-धर्म विशेष के लोगों के संदर्भ में समर्थक कहता है कि गाली-गलौज, मारपीट करना उनकी आदत है। इन लोगों के विरुद्ध धारा लगेगी तो सब सुधर जाएंगे। कुछ लोग सुधर गए हैं। ब्राह्मण, ठाकुर पर सबसे अधिक गैंगस्टर लगा है, यादव पर कम लगा है। सबसे अधिक ब्राह्मण और ठाकुर के लड़के ठोके जा रहे हैं...। 2027 के चुनाव में देखिएगा, कैसे धारा लगेगी। एक बिरादरी के बारे में जिक्र आता है वह सबसे ज्यादा दबंग हो गई है। थाने में मामला आने पर पता चलता है। जिसके घर में खाने को नहीं है, एक हजार भी नहीं दे सकते, वे विवाद होने पर पुलिस को दस-दस हजार देते हैं।
ऑडियो 2- जहां से पॉवर है, वहां बता रहे हैं इतना पैसा है कि खर्च नहीं होगा तो वापस हो जाई। विभाग कहत बा कि पैसा लैप्स हो जाई। सभी जिलों को बराबर पैसा मिलना चाहिए। बात हो रही थी कि गोरखपुर और आसपास में नाला, बाईपास के लिए पहले 600 करोड़ और बाद में 400 करोड़ रुपये मिले हैं। बैठक में रविकिशन कह रहे थे कि महराज जी, हमने शासन में बात कर ली है, प्रधानमंत्री से बात ली है....। हम लोग भिखारियों की तरह सुन रहे थे। लोकसभा को मारो गोली, हम अपने क्षेत्र की बात कह रहे हैं। हम लोगों की जरूरत है पार्टी को तो फक्कर (फक्कड़) बनाकर पार्टी रखेगी। उन लोगों के पास पॉवर है, जो न चल रहे हैं न बोल रहे हैं और न कुछ कर रहे हैं। बड़ा-बड़ा पावर लेकर पूरे यूपी में गुट बनाकर काम कर रहे हैं। एमएलसी रतनपाल अपने-अपने क्षेत्र में अध्यक्ष बनवाकर काम कर रहे हैं। (एक नाम का जिक्र करते हुए) वह जान रहे हैं कि ये हमारे नहीं हैं, हम लोग ऊपर से आए हैं, इसलिए पीछा कर रहे हैं।
जनप्रतिनिधि ने सोशल मीडिया पर दी सफाई
संबंधित जनप्रतिनिधि ने ऑडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर अपनी सफाई दी है। अपनी पोस्ट में उन्होंने लिखा है ‘तथाकथित ऑडियो जिसे मेरे नाम से बताकर वायरल किया जा रहा है, वह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से बनाया गया फेक ऑडियो है।
यह गिरोह जिले में कुछ दिनों से सक्रिय है। मैंने कोतवाली में रिपोर्ट कर कार्रवाई के लिए निर्देश दे दिया है। यह सरकार की छवि को धूमिल करने का निंदनीय कृत्य व सोची-समझी साजिश है। दोषियों को किसी भी परिस्थिति में बख्शा नहीं जाएगा।
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