गौतमबुद्धनगर और गोरखपुर में बनेंगे प्लास्टिक प्रोसेसिंग पार्क, जानें क्या होगा फायदा
गौतमबुद्धनगर और गोरखपुर में प्लास्टिक प्रोसेसिंग पार्क बनाने की तैयारी है। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) प्लास्टिक प्रोसेसिंग पार्क 100 एकड़ में विकसित करेगा। ऐसा ही एक पार्क...
गौतमबुद्धनगर और गोरखपुर में प्लास्टिक प्रोसेसिंग पार्क बनाने की तैयारी है। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) प्लास्टिक प्रोसेसिंग पार्क 100 एकड़ में विकसित करेगा। ऐसा ही एक पार्क गोरखपुर में भी 52 एकड़ में बनने जा रहा है। इन प्लास्टिक प्रोसेसिंग पार्कों से हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। इन पार्को में प्लास्टिक इंडस्ट्री की देश विदेश की कंपनियों के निवेश की उम्मीद है।
ऑल इंडिया प्लास्टिक इंडस्ट्री एसोसिएशन का कहना है कि प्लास्टिक की बढ़ती डिमांड को देखते हुए वर्ष 2030 तक प्लास्टिक की डिमांड 5 से 6 गुना तक बढ़ सकती है। ऐसे में भविष्य की जरूरत को पूरा करने को नई इंडस्ट्री लगना जरूरी है। यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुण वीर सिंह के अनुसार, सरकार ने औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के लिए जो नीतियां बनाई हैं, उनसे बड़े निवेशक बहुत प्रभावित हुए हैं। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में ऑल इंडिया प्लास्टिक इंडस्ट्री एसोसिएशन ने यीडा के क्षेत्र में प्लास्टिक प्रोसेसिंग पार्क की स्थापना का आग्रह किया था।
इस प्रस्ताव पर सैद्धांतिक सहमति जताते हुए यीडा के सेक्टर 10 में ये पार्क विकसित करने का फैसला किया गया। इस पार्क में 20 से अधिक निवेशकों ने निवेश करने संबंधी प्रस्ताव दिए हैं। इन निवेशकों ने यहां मेडिकल उपकरण, कृषि संबंधी उपकरण, पीवीसी पाइप, पैकेजिंग तथा प्लास्टिक फर्नीचर आदि बनाने के प्रस्ताव दिए हैं। इन निवेशकों से प्राधिकरण ने डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट मांगी है। जल्दी ही प्लास्टिक इंडस्ट्री की कई ख्याति प्राप्त इस पार्क में निवेश करेंगी। इससे स्थानीय युवाओं को बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर मिलेंगे।