केशव ने अखिलेश को घेरा तो शिवपाल ने दुखती रग पर रख दिया हाथ, याद दिला दी सिराथू की हार
अखिलेश की चुटकी के बाद केशव प्रसाद मौर्य ने सपा प्रमुख पर निशाना साधा और पीडीए को धोखा बताया तो शिवपाल यादव ने मोर्चा संभाल लिया। पीडीए के ही जरिए केशव को सिराथू की हार याद दिला दी।
केशव प्रसाद मौर्य पिछले तीन दिनों से चर्चा में बने हुए हैं। उनके बयान और मुलाकातों ने यूपी की राजनीति गरमाई तो समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी की चुटकी ले ली। इस पर केशव ने अखिलेश यादव पर निशाना साध दिया। केशव के इस वार का इससे पहले कि अखिलेश जवाब देते चाचा शिवपाल मैदान में आ गए। उन्होंने केशव प्रसाद पर जबरदस्त पलटवार करते हुए उनकी दुखती रग पर हाथ रख दिया। विधानसभा चुनाव के दौरान कौशांबी की सिराथू सीट पर मिली प्रचंड हार की याद दिला दी।
गौरतलब है कि केशव प्रसाद मौर्य को भाजपा ने पिछले विधानसभा चुनाव में सिराथू से ही मैदान में उतारा था। यहां से केशव प्रसाद को सपा प्रत्याशी पल्लवी पटेल ने हरा दिया था। भाजपा की लहर में भी केशव अकेले बड़े नेता थे जिन्हें हार का सामना करना पड़ा। हालांकि इसके बाद भी भाजपा ने उनका पूरा सम्मान किया और दोबारा डिप्टी सीएम का पद दिया है।
केशव प्रसाद मौर्य के सरकार से बड़ा संगठन वाले बयान के बाद भाजपा में एक तरह से रार मची हुई है। इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं। इसी बीच केशव प्रसाद दिल्ली पहुंच गए और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। उनकी मुलाकात के बाद यूपी भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने भी नड्डा से मुलाकात की। इन मुलाकातों को बीजेपी में सबकुछ ठीक नहीं होने के नजरिए से देखा गया। इसी को लेकर अखिलेश यादव ने भाजपा पर तंज कसते हुए एक्स पर करारा वार कर दिया।
अखिलेश ने लिखा कि भाजपा की कुर्सी की लड़ाई की गर्मी में उप्र में शासन-प्रशासन ठंडे बस्ते में चला गया है। तोड़फोड़ की राजनीति का जो काम भाजपा दूसरे दलों में करती थी, अब वही काम वो अपने दल के अंदर कर रही है, इसीलिए भाजपा अंदरूनी झगड़ों के दलदल में धंसती जा रही है। जनता के बारे में सोचने वाला भाजपा में कोई नहीं है।
इसी के जवाब में केशव ने अखिलेश के नसीहत देते हुए लिखा कि सपा बहादुर अखिलेश यादव भाजपा की देश और प्रदेश दोनों जगह मज़बूत संगठन और सरकार है, सपा का PDA धोखा है। यूपी में सपा के गुंडाराज की वापसी असंभव है, भाजपा 2027 विधानसभा चुनाव में 2017 दोहरायेगी।
केशव की तरफ से पीडीए को धोखा कहने पर शिवपाल यादव ने सपा की तरफ से मोर्चा संभाल लिया। शिवपाल पर पलटवार करते हुए एक्स पर ही लिखा कि PDA सामाजिक न्याय के विस्तार की गारंटी है। PDA हर दलित, अल्पसंख्यक, वंचित और पिछड़े के अधिकार की गारंटी है। यह PDA की ताकत ही है जिसने सत्ता के मद में डूबी भाजपा को उत्तर प्रदेश में रोककर केंद्र में सहयोगी दलों पर निर्भर कर दिया। यह PDA ही है जिसने सिराथू में आपको प्रचंड हार दी।