Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़PCS officer s dead body found in his room in Ghazipur police entered by breaking the door

गाजीपुर में पीसीएस अधिकारी की अपने कमरे में मिली लाश, दरवाजा तोड़कर घुसी पुलिस

गाजीपुर में पीसीएस अधिकारी वीर बहादुर यादव (42) का शव अपने कमरे के बेड पर पड़ा मिला। वह एसडीएम कासिमाबाद के पद पर तैनात थे। सुबह काफी देर तक बाहर नहीं आने के बाद पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव निकाला।

Yogesh Yadav हिन्दुस्तान, कासिमाबाद (गाजीपुर)Tue, 18 April 2023 11:19 PM
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गाजीपुर में पीसीएस अधिकारी वीर बहादुर यादव (42) का शव अपने कमरे के बेड पर पड़ा मिला। वह एसडीएम कासिमाबाद के पद पर तैनात थे। सुबह काफी देर तक बाहर नहीं आने के बाद अर्दली की सूचना पर पहुंची पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़कर शव को बाहर निकाला। कसिमाबाद में उपजिलाधिकारी के रूप में अवैध खनन माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की थी। देर रात आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी मौत का कारण स्पष्ट नहीं है। जौनपुर निवासी वीर बहादुर यादव का परिवार लखनऊ के गोमती नगर में रहता है। वीर बहादुर यादव 2015 बैच के पीसीएस अधिकारी थे। नगर पंचायत बहादुरगंज का अतिरिक्त प्रभार एसडीएम वीर बहादुर यादव के पास ही था।

एसडीएम के अर्दली नंदू ने बताया कि एसडीएम ने बहादुरगंज नगर पंचायत क्षेत्र में सोमवार रात नौ बजे पुलिसबल के साथ रूट मार्च कर घर लौटे थे। रात में करीब 11 बजे डीएम के साथ वर्चुअल मीटिंग की और 11:30 बजे खाना खाकर कुछ देर टहलने के बाद कमरे में सोने चले गए। बताया जा रहा है कि मंगलवार सुबह 9.30 बजे तक कमरे का दरवाजा नहीं खुला और अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई तो अर्दली नंदू ने पहले तहसीलदार जया सिंह को फोन किया, फोन नहीं उठा। फिर कोतवाल शिव प्रताप वर्मा को सूचना दी। कोतवाल ने पुलिस की मौजूदगी में कमरे का दरवाजा तोड़वाया तो एसडीएम वीर बहादुर यादव का शव बेड़ पर पड़ा था।

सूचना पर पहुंचे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधिकारी ने जांच कर मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही जिलाधिकारी आर्यका अखौरी, एसपी ओमवीर सिंह, सीएमओ डॉ. हरगोविंद सिंह समेत जिलेभर के अधिकारी पहुंच गए।

पुलिस ने परिजनों को सूचना देकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। एसपी ग्रामीण बलवंत ने बताया कि मौके पर कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारण की जानकारी होगी। 

तीन दिन पहले ही घर से आए थे 

वीर बहादुर यादव का परिवार लखनऊ गोमती नगर में रहता है। उनका एक बेटा और एक बेटी है। तीन दिन पहले ही वीर बहादुर लखनऊ में परिवार के लोगों से मिलकर लौटे थे। बेटा लखनऊ के प्राइवेट कॉलेज में स्नातक की पढ़ाई कर रहा है। वीर बहादुर ने हरिश्चंद्र डिग्री कॉलेज वाराणसी से स्नातक और इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर के साथ लखनऊ विश्वविद्यालय से पीएचडी की डिग्री हासिल की थी। गाजीपुर से पहले बस्ती, हमीरपुर, गोंडा और कौशांबी में उप जिला अधिकारी के पद पर रह चुके थे।

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